विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में किया ऐतिहासिक उलटफेर

विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में दो बार की ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी को हराकर एक अद्वितीय उलटफेर किया। मुकाबले के अंतिम सेकंड में दो अंक लेकर विनेश ने 3-2 से जीत हासिल की और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में किया ऐतिहासिक उलटफेर
Image Sourse : Olympic Khel (X)

INDC Network : खेल : पेरिस ओलंपिक 2024 : जापानी ओलंपिक चैंपियन के खिलाफ 0-2 से पिछड़ने के बाद, विनेश ने मुकाबले के अंतिम सेकंड में दो अंक लेकर मैट पर सबसे बड़ा उलटफेर किया और जीत हासिल की।

विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में दो बार की ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी को हराकर एक अद्वितीय उलटफेर कर दिखाया। मुकाबले में उतरते समय, विनेश के जीतने की संभावना बेहद कम मानी जा रही थी। वह एक ऐसी जापानी दिग्गज के खिलाफ खेल रही थीं, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कभी नहीं हराया गया था, और जिन तीन मुकाबलों में उन्हें हार मिली थी, वे सभी राष्ट्रीय ट्रायल में हमवतन इरी युकी के खिलाफ थीं। लेकिन विनेश ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह असंभव को संभव बनाने की क्षमता रखती हैं।

सभी को उम्मीद थी कि सुसाकी मुकाबले की शुरुआत में ही अंक जुटाएंगी, लेकिन विनेश ने शानदार बचाव किया। पहले दौर में उन्होंने केवल एक तकनीकी अंक दिया। मुकाबला कड़ा रहा और भारतीय खिलाड़ी को मौका मिला। दूसरे पीरियड में जापानी खिलाड़ी ने एक और अंक अर्जित किया और 2-0 की बढ़त बना ली। जैसे-जैसे समय बीतता गया, ऐसा लगा कि सुसाकी ने मुकाबले को अपने पक्ष में कर लिया है। लेकिन मुकाबले में लगभग तीन सेकंड बचे थे, विनेश ने सुसाकी को किनारे की ओर धकेला और उसे पीछे ले गई। अचानक, समीकरण बदल गया। समय समाप्त होने पर स्कोर 2-2 हो गया। अंतिम अंक के आधार पर, विनेश क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई।

सुसाकी ने निर्णय को चुनौती दी और न्यायाधीशों ने इसके खिलाफ फैसला सुनाया, जिसमें विनेश को एक और अंक दिया गया। जीत का अंतिम अंतर 3-2 था। विनेश, खेल से पहले जो कुछ भी झेल चुकी थी, उसे देखते हुए, रो पड़ीं, लेकिन उन्होंने सुसाकी के प्रति सम्मान दिखाना नहीं भूला। गले मिलना और आभार प्रकट करना दिन का क्रम था। क्वार्टर फाइनल में, जो आज ही होगा, उनका मुकाबला यूक्रेन की लिवाच ओक्साना से होगा।


विनेश फोगाट की ऐतिहासिक जीत से भारतवर्ष में खुशी की लहर सी दौड़ उठी है। विनेश फोगाट की जीत ज्यादा चर्चा का विषय इसलिए भी बनी हुई है। क्योकि वर्ष 2023 में कई खिलाडियों के साथ उन्होंने सरकार का विरोध किया था। विनेश फोगाट का आरोप था कि भाजपा सांसद ब्रजभूषण ने उनके साथ गलत व्यवहार किया है। विनेश फोगाट ने तो यहाँ तक आरोप लगाया था कि यौन शोषण भी किया गया था। कई दिनों तक साक्षी मलिख, बजरंग पूनिया समेत वह आन्दोलन करती रही लेकिन आन्दोलन का कोई प्रभाव सरकार या भाजपा सांसद पर नहीं दिखाई दिया। किसान नेताओं ने विनेश फोगाट समेत अन्य खिलाडियों को अपने मेडल को फेंकने से मना किया था। इसके बाद खिलाड़ी शांत हो गए लेकिन अपनी मेहनत के दम पर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में एक नया रिकॉर्ड बनाया लेकिन अयोग्य घोषित होने के बाद वह एक भी पदक पेरिस में नहीं जीत सकी।


विनेश फोगाट के जीवन पर एक नजर

विनेश फोगाट एक प्रमुख भारतीय महिला पहलवान हैं, जो हरियाणा के फोगाट परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिसे कुश्ती के लिए जाना जाता है। वह महावीर सिंह फोगाट की भतीजी और फोगाट सिस्टर्स की सदस्य हैं, जिनमें गीता और बबीता फोगाट भी शामिल हैं।

प्रारंभिक जीवन:

विनेश का जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गाँव में हुआ था। वह अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कुश्ती में शामिल हुईं और जल्द ही अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया।

उपलब्धियाँ और पदक:

विनेश फोगाट ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदक जीते हैं:

  1. 2014 राष्ट्रमंडल खेल: ग्लासगो में स्वर्ण पदक।
  2. 2018 राष्ट्रमंडल खेल: गोल्ड कोस्ट में स्वर्ण पदक।
  3. 2018 एशियाई खेल: जकार्ता में स्वर्ण पदक।
  4. 2020 टोक्यो ओलंपिक: यहां उन्होंने क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया।
  5. विश्व कुश्ती चैंपियनशिप: विनेश ने इस चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
  6. एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप: उन्होंने इस चैंपियनशिप में कई बार पदक जीते हैं।

विनेश फोगाट ने महिला कुश्ती में भारत को एक नया मुकाम दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी भारत के लिए प्रेरणास्रोत है।


ओलंपिक कुश्ती के नियमों को विश्व कुश्ती संघ (UWW) द्वारा निर्धारित किया जाता है। यहाँ ओलंपिक कुश्ती के प्रमुख नियमों का विवरण है:

1. कुश्ती के प्रकार:

  • फ्रीस्टाइल: पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी को शरीर के किसी भी हिस्से से पकड़ सकता है।
  • ग्रीको-रोमन: पहलवान केवल कमर से ऊपर के हिस्से को पकड़ सकते हैं। पैरों का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

2. मैच की संरचना:

  • एक कुश्ती मैच दो तीन मिनट की अवधि (राउंड) में विभाजित होता है। दोनों राउंड के बीच 30 सेकंड का विश्राम होता है।
  • प्रत्येक राउंड की शुरुआत पहलवानों के स्टैंडिंग पोजीशन से होती है।

3. मैच जीतने के तरीके:

  • पिन: प्रतिद्वंद्वी के दोनों कंधों को मैट पर एक साथ दबाने से मैच सीधे जीत लिया जाता है।
  • पॉइंट्स: यदि मैच के अंत तक कोई पिन नहीं होता, तो अंक गणना के आधार पर विजेता तय किया जाता है। अंक विभिन्न तकनीकों और पकड़ के लिए दिए जाते हैं।
  • टेक्निकल सुपीरियॉरिटी: यदि एक पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी से 10 (फ्रीस्टाइल) या 8 (ग्रीको-रोमन) अंक आगे होता है, तो उसे विजेता घोषित किया जाता है।

4. अंक प्रणाली:

  • टेकडाउन: 2 से 4 अंक, प्रतिद्वंद्वी को मैट पर गिराने के लिए।
  • रिवर्सल: 1 अंक, जब पहलवान अपने बचाव से हमले की स्थिति में आता है।
  • पार्टर: 1 से 2 अंक, प्रतिद्वंद्वी को नीचे की स्थिति में रखकर पकड़ने के लिए।
  • डेंजर पोजीशन: 2 अंक, प्रतिद्वंद्वी को खतरनाक स्थिति में रखने के लिए।

5. फाउल और निषेध: फाउल करने पर अंक कट सकते हैं, और गंभीर मामलों में अयोग्यता भी हो सकती है। अवैध चालों में हिटिंग, बाइटिंग, और मैट से बाहर धकेलना शामिल है।
6. मैट का आकार: मुकाबला 12 मीटर के व्यास वाली गोलाकार मैट पर होता है। मैट के बीच में एक सर्कल होता है जो मुख्य लड़ाई क्षेत्र होता है।
7. रेफरी: रेफरी मैच के दौरान निर्णय लेते हैं, अंक देते हैं और किसी भी फाउल के लिए चेतावनी जारी करते हैं।

ये नियम सुनिश्चित करते हैं कि ओलंपिक कुश्ती मुकाबले सुरक्षित, निष्पक्ष और रोमांचक बने रहें।