फर्रुखाबाद के वाहिदपुर गांव में प्रशासन ने अवैध टोल प्लाजा के निर्माण के लिए लोगों के मकान-दुकान उजाड़े, महिलाएं फूट-फूट कर रोयीं।

फर्रुखाबाद के वाहिदपुर गांव में प्रशासन द्वारा अवैध टोल प्लाजा का निर्माण हो रहा है। गांववालों का आरोप है कि उन्हें रोड का नक्शा नहीं दिखाया जा रहा और उनके घरों के पास गहरे गड्ढे खोद दिए गए हैं। एसडीएम और पुलिस की मौजूदगी में हो रहे इस निर्माण के खिलाफ गांववासी विरोध कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के नेता भी समर्थन में पहुंचे लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला।

फर्रुखाबाद के वाहिदपुर गांव में प्रशासन ने अवैध टोल प्लाजा के निर्माण के लिए लोगों के मकान-दुकान उजाड़े, महिलाएं फूट-फूट कर रोयीं।

INDC Network : फर्रुखाबाद जनपद के मुरहास कन्हैया तिराहे के पास स्थित गांव वाहिदपुर में शासन और प्रशासन द्वारा अवैध टोल प्लाजा का निर्माण किया जा रहा है। यहां एसडीएम के साथ तीन थानों की पुलिस भी मौजूद है। गांववालों का आरोप है कि उन्हें रोड का नक्शा नहीं दिखाया जा रहा है और अवैध तरीके से उनके गांव में टोल प्लाजा का निर्माण किया जा रहा है। एसडीएम टोल प्लाजा के बारे में कोई जवाब नहीं दे रहे हैं, बस इतना कह रहे हैं कि "डीएम साहब का आदेश है, मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता।"

13 जून 2024 को एक बार फिर गरीबों के घर तोड़ने की कोशिश की गई, हालांकि अभी किसी का घर नहीं टूटा है, लेकिन घरों के पास गहरा गड्ढा खोद दिया गया है ताकि अवैध टोल प्लाजा बनाया जा सके। इस टोल प्लाजा को अवैध इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसका निर्माण गांव से 1 किलोमीटर पहले होना था, लेकिन वहां कुछ अमीर लोगों की जमीन थी। ग्रामवासियों का आरोप है कि भाजपा सांसद फर्रुखाबाद मुकेश राजपूत का इसमें पूरा हाथ है, ताकि गरीब लोगों की जमीन बच सके।

जब गरीबों के घरों के पास बुलडोजर चलने लगा तो महिलाएं रोने लगीं। INDC नेटवर्क ने जब महिलाओं से बात की, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने इस दुकान और मकान को 25 साल की मेहनत के बाद बनाया था और अभी भी कुछ लोन बाकी है। लेकिन प्रशासन उनकी तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा और उन्हें सताया जा रहा है। पुरुषों ने बताया कि "एनएचआई का कोई मानक नहीं है। कल हमसे कहा गया था कि केवल रोड बनेगा, फिर कहा गया रोड चौड़ी की जाएगी, उसके बाद टोल प्लाजा बनेगा, और अब कहा जा रहा है कि घर भी टूटेगा।" स्थानीय लोगों का कहना है कि जब वे फर्रुखाबाद डीएम बीके सिंह के पास गए तो उन्होंने उनके कागज फेंक दिए। एसडीएम कहते हैं डीएम के पास जाइए, और डीएम कहते हैं एडीएम के पास जाइए। किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही है।

इस मामले पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कानपुर मंडल उपाध्यक्ष प्रभाकांत मिश्रा करीब 7:00 बजे वाहिदपुर पहुंचे और एसडीएम गजराज सिंह से बात की। बातचीत के दौरान एसडीएम ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। टोल प्लाजा का काम लगातार चल रहा है और हो सकता है कि वाहिदपुर में लोगों के मकान अवैध टोल प्लाजा के निर्माण के लिए तोड़े जाएं। यहाँ क्लिक करके मामले की पूरी वीडियो को अभी देखें|

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