फर्रुखाबाद के वाहिदपुर गांव में टोल प्लाजा के अवैध निर्माण के खिलाफ किसानों का सफल आंदोलन

जनपद फर्रुखाबाद के बेवर रोड पर स्थित वाहिदपुर गांव में प्रशासन द्वारा अवैध तरीके से टोल प्लाजा का निर्माण करने का प्रयास विफल हो गया। 25 जून 2024 को करीब 1000 किसानों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद प्रशासन को अपना कदम पीछे खींचना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं और प्रशासन के बीच हुई बातचीत के बाद निष्कर्ष निकला कि वाहिदपुर में अब टोल प्लाजा का अवैध निर्माण नहीं होगा। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर भविष्य में फिर से निर्माण शुरू हुआ तो वे देशभर के किसानों के साथ मिलकर इसका विरोध करेंगे।

फर्रुखाबाद के वाहिदपुर गांव में टोल प्लाजा के अवैध निर्माण के खिलाफ किसानों का सफल आंदोलन

INDC Network : फर्रुखाबाद : जनपद फर्रुखाबाद के बेवर रोड पर स्थित वाहिदपुर गांव में प्रशासन अवैध तरीके से टोल प्लाजा का निर्माण करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन किसानों के आंदोलन के आगे यह प्रयास विफल रहा। 25 जून 2024 को करीब 1000 किसानों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे प्रशासन को अपना कदम पीछे खींचना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं और प्रशासन के बीच बातचीत के बाद निष्कर्ष निकला कि वाहिदपुर में टोल प्लाजा का अवैध निर्माण नहीं किया जाएगा।

इससे पहले भी प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता हुई थी, लेकिन प्रशासन ने दोबारा टोल प्लाजा का काम शुरू करवा दिया था, जिसके बाद किसानों ने फिर से आंदोलन किया। इस बार, 25 जून 2024 को, प्रशासन ने स्थानीय लोगों और किसान नेताओं को आश्वासन दिया कि अब यहां टोल प्लाजा का निर्माण नहीं होगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष और कानपुर मंडल के सभी जिलों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और प्रशासन पर दबाव बनाया, जिसके बाद प्रशासन को झुकना पड़ा।

लगभग 8 दिनों के धरना प्रदर्शन के बाद यह निर्णय लिया गया कि ग्राम वाहिदपुर में टोल प्लाजा का निर्माण नहीं होगा। हालांकि, किसान नेताओं का कहना है कि अगर प्रशासन ने फिर से टोल प्लाजा का अवैध निर्माण शुरू करने की कोशिश की, तो इस बार केवल कानपुर मंडल के नहीं बल्कि पूरे देश के किसान नेता और किसान फर्रुखाबाद में एकत्रित होकर इसका विरोध करेंगे और निर्माण कार्य को नहीं होने देंगे।

किसानों का आरोप है कि फर्रुखाबाद प्रशासन ने NHAI के कागजों में दिखाया है कि जिस स्थान पर टोल प्लाजा का निर्माण हो रहा है, वहां कोई आबादी नहीं है, लेकिन वास्तविकता यह है कि वहां लगभग 50 दुकानें हैं, जिनसे लोग अपनी जीविका चलाते हैं।