संसद में रेल मंत्री को विपक्ष ने 'रील मंत्री' कहा फिर अश्वनी वैष्णव ने विपक्ष को दिया जवाब

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में विपक्ष पर तीखा पलटवार किया, आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में हुई रेल दुर्घटनाओं के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना अनुचित है। उन्होंने पिछली यूपीए सरकारों के 'खराब' सुरक्षा ट्रैक रिकॉर्ड की आलोचना की और कहा कि उनके कार्यकाल में रेलवे दुर्घटनाओं का प्रतिशत घटा है। वैष्णव ने विपक्ष पर रेलवे से यात्रा करने वाले 2 करोड़ लोगों के दिलों में डर पैदा करने का आरोप लगाया और कांग्रेस पर झूठी राजनीति करने का आरोप लगाया। उनकी यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा हाल की दुर्घटनाओं के लिए उन्हें पद से बर्खास्त करने के दबाव के बाद आई है।

संसद में रेल मंत्री को विपक्ष ने 'रील मंत्री' कहा फिर अश्वनी वैष्णव ने विपक्ष को दिया जवाब
Image Sourse : Sansad TV (Youtube)

INDC Network : दिल्ली : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को संसद में विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान हाल ही में हुई रेल दुर्घटनाओं को लेकर उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं। मंत्री वैष्णव ने रेलवे सुरक्षा के मामले में पिछली यूपीए सरकारों के 'खराब' ट्रैक रिकॉर्ड को याद किया। जब वे अपना संबोधन दे रहे थे, तो विपक्षी बेंचों से जोरदार नारेबाजी और 'रील मिनिस्टर' के नारे लगने लगे। इस पर वैष्णव ने तीखी प्रतिक्रिया दी, "हम रील बनाने वाले लोग नहीं हैं, हम मेहनत करने वाले लोग हैं।"

उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि 58 साल सत्ता में रहने के बाद भी वे 1 किलोमीटर दूर तक ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) क्यों नहीं लगा पाए। वैष्णव ने कहा,"जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तब उन्होंने दुर्घटनाओं के आंकड़े 0.24 प्रतिशत से घटकर 0.19 प्रतिशत होने पर पेश किए और सदन में ताली बजी। आज, जब यह आंकड़ा 0.19 प्रतिशत से बढ़कर 0.3 प्रतिशत हो गया है, तो वही लोग आरोप लगा रहे हैं। क्या देश इसी तरह चलेगा?"

रेल मंत्री ने विपक्ष पर हर दिन रेलवे से यात्रा करने वाले 2 करोड़ लोगों के बीच डर फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस, जो झूठ की दुकान लगाने में व्यस्त है, उस दुकान से सफल नहीं होगी। कभी वे सेना को छोटा करते हैं, कभी वे रेलवे को छोटा करते हैं। इस तरह की राजनीति नहीं चलेगी। कांग्रेस सोशल मीडिया की अपनी ट्रोल सेना की मदद से झूठी बातें उठाती है। क्या वे उन 2 करोड़ लोगों के दिलों में डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो हर दिन रेलवे से यात्रा करते हैं?"

वैष्णव की टिप्पणी विपक्ष द्वारा हाल ही में हुई रेल दुर्घटनाओं के लिए उन्हें जवाबदेह ठहराने और उन्हें उनके पद से बर्खास्त करने के लिए लगातार सरकार पर दबाव डालने के बाद आई है। पिछले कुछ महीनों में केंद्रीय मंत्री वैष्णव को रेल दुर्घटनाओं के सिलसिले में ऑनलाइन ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा है। कई मीम्स ने उन्हें "रील मिनिस्टर" कहकर उनका मजाक उड़ाया है।


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भारतीय रेलवे के बारे में कुछ जानकारी : 

भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे प्रणालियों में से एक है और भारत के परिवहन नेटवर्क की रीढ़ मानी जाती है। यह न केवल देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने का काम करती है, बल्कि आर्थिक विकास, सामाजिक एकता, और पर्यटन को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यहां भारतीय रेलवे के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है:

1. इतिहास और स्थापना:

  • शुरुआत: भारतीय रेलवे की शुरुआत 16 अप्रैल 1853 को हुई, जब मुंबई (तब बॉम्बे) और ठाणे के बीच 34 किलोमीटर लंबी पहली यात्री ट्रेन चली। यह भारत में पहली बार रेलगाड़ी चलने का ऐतिहासिक दिन था।
  • ब्रिटिश शासन: भारतीय रेलवे का विकास मुख्य रूप से ब्रिटिश काल के दौरान हुआ। अंग्रेजों ने रेलवे नेटवर्क का विस्तार किया ताकि देश के विभिन्न हिस्सों से कच्चा माल बंदरगाहों तक पहुँचाया जा सके और औद्योगिक उत्पादों को आंतरिक हिस्सों तक पहुँचाया जा सके।
  • स्वतंत्रता के बाद: आजादी के बाद भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण किया गया और इसे एकीकृत कर एक बड़े रेलवे नेटवर्क का रूप दिया गया। तब से भारतीय रेलवे देश के विकास में एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना हुआ है।

2. प्रशासनिक संरचना:

  • भारतीय रेलवे का प्रशासन: भारतीय रेलवे का संचालन और प्रबंधन रेलवे बोर्ड के अधीन होता है, जो रेलवे मंत्रालय का हिस्सा है। रेल मंत्री भारतीय रेलवे का सर्वोच्च प्राधिकरण होता है।
  • क्षेत्रीय विभाजन: भारतीय रेलवे को 19 ज़ोनल रेलवे में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक का नेतृत्व महाप्रबंधक (जनरल मैनेजर) द्वारा किया जाता है। हर ज़ोनल रेलवे को आगे मंडल (डिवीजन) में बांटा गया है, और प्रत्येक मंडल का नेतृत्व मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) करता है।
  • मुख्यालय: भारतीय रेलवे का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

3. नेटवर्क और अवसंरचना:

  • रेलवे नेटवर्क: भारतीय रेलवे का नेटवर्क करीब 67,956 किलोमीटर लंबा है, जिसमें से लगभग 50% से अधिक हिस्से का विद्युतीकरण हो चुका है। यह नेटवर्क देश के लगभग सभी हिस्सों को जोड़ता है, जिससे लोगों और सामान की आवाजाही में आसानी होती है।
  • स्टेशनों की संख्या: भारतीय रेलवे के पास 7,349 स्टेशन हैं, जिनसे देश के छोटे-बड़े शहर, कस्बे, और गाँव जुड़े हुए हैं।
  • रेल सेवाओं की श्रेणियां: भारतीय रेलवे विभिन्न श्रेणियों की सेवाएं प्रदान करती है, जिनमें सुपरफास्ट ट्रेनों से लेकर मालगाड़ियों तक शामिल हैं। प्रमुख यात्री सेवाओं में राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस, और जन शताब्दी शामिल हैं।

4. तकनीकी उन्नयन और डिजिटलीकरण:

  • विद्युतीकरण: भारतीय रेलवे ने अपने बड़े हिस्से का विद्युतीकरण कर लिया है और शेष हिस्से का विद्युतीकरण जारी है। इससे ऊर्जा की खपत में कमी, पर्यावरण संरक्षण, और संचालन की लागत में कमी आई है।
  • अत्याधुनिक ट्रेनें: भारतीय रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेनें शुरू की हैं, जिनमें यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
  • डिजिटलीकरण: रेलवे टिकट बुकिंग, आरक्षण, और पूछताछ की प्रक्रियाएं अब डिजिटलीकृत हो चुकी हैं। IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) के माध्यम से यात्री ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में वाई-फाई सुविधा, डिजिटलीकृत टाइमटेबल, और मोबाइल एप्लिकेशन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।

5. सुरक्षा और यात्री सुविधाएं:

  • यात्री सुरक्षा: भारतीय रेलवे सुरक्षा के मामलों में लगातार सुधार कर रही है। स्टेशनों और ट्रेनों में CCTV कैमरों की स्थापना, RPF (Railway Protection Force) की तैनाती, और यात्री सुरक्षा के लिए मोबाइल एप्लिकेशन जैसी सुविधाओं का विकास किया गया है।
  • यात्री सुविधाएं: रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, खानपान, और वेटिंग रूम जैसी सुविधाओं में सुधार किया गया है। विशेष जरूरतों वाले यात्रियों के लिए सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जैसे कि व्हीलचेयर की उपलब्धता।

6. पर्यावरणीय पहल:

  • ग्रीन रेलवे: भारतीय रेलवे ने ग्रीन रेलवे पहल शुरू की है, जिसके तहत सौर ऊर्जा का उपयोग, जैविक कचरे का प्रबंधन, और जल संरक्षण जैसे प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे के कई स्टेशनों पर सौर पैनल लगाए गए हैं।
  • स्वच्छता: भारतीय रेलवे ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया है। स्टेशन और ट्रेनों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए व्यापक उपाय किए गए हैं।

7. आर्थिक योगदान:

  • भारतीय रेलवे भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करता है, बल्कि देश के सामान और सेवाओं के परिवहन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • राजस्व: भारतीय रेलवे का राजस्व यात्री किराया, मालभाड़ा, और अन्य सेवाओं से आता है। सरकार रेलवे के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए भारी निवेश करती है।

8. चुनौतियां और सुधार:

  • चुनौतियां: भारतीय रेलवे को भीड़भाड़, पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय घाटा, और सुरक्षा मुद्दों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन मुद्दों का समाधान करने के लिए सरकार और रेलवे प्राधिकरण निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
  • सुधार और आधुनिकीकरण: रेलवे में सुधार के लिए सरकार ने कई योजनाएं और परियोजनाएं शुरू की हैं। जैसे बुलेट ट्रेन परियोजना, समर्पित फ्रेट कॉरिडोर, स्टेशनों का पुनर्विकास, और ट्रेन सेवाओं की गति बढ़ाने के प्रयास।

9. भविष्य की योजनाएं:

  • बुलेट ट्रेन: भारतीय रेलवे ने बुलेट ट्रेन परियोजना की शुरुआत की है, जिसमें मुंबई-अहमदाबाद रूट पर हाई-स्पीड ट्रेन चलाने की योजना है।
  • रेल स्टेशनों का आधुनिकीकरण: भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है ताकि उन्हें विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस किया जा सके।
  • संरचना विस्तार: भारतीय रेलवे का लक्ष्य अपने नेटवर्क का विस्तार करना और देश के और भी हिस्सों को जोड़ना है। इसके साथ ही माल ढुलाई की क्षमता को भी बढ़ाया जा रहा है।

भारतीय रेलवे केवल एक परिवहन माध्यम नहीं है, बल्कि यह देश की संस्कृति, इतिहास, और विकास का अभिन्न अंग है। यह करोड़ों लोगों के जीवन में रोजमर्रा का हिस्सा है और भारत की विविधता और एकता का प्रतीक है। इसके भविष्य में और भी विस्तार और विकास की योजनाएं हैं, जो इसे और भी अधिक प्रभावशाली और उपयोगी बनाएंगी।