राहुल गांधी ने लोकसभा में केंद्र सरकार पर निशाना साधा, पीएम मोदी पर तीखे प्रहार किए।

लोकसभा में सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने अग्निवीर योजना, NEET परीक्षा और किसानों के मुद्दों पर अपनी बातें रखीं। राहुल गांधी ने बीजेपी पर नफरत, हिंसा और झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए मणिपुर, एमएसपी और अन्य मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए। उनके बयानों का सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने खंडन किया और माफी की मांग की। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी राहुल के बयानों का विरोध किया।

राहुल गांधी ने लोकसभा में केंद्र सरकार पर निशाना साधा, पीएम मोदी पर तीखे प्रहार किए।

INDC Network : दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखी टिप्पणियाँ कीं। उन्होंने अग्निवीर योजना, NEET परीक्षा, और किसानों के मुद्दों पर अपनी बात रखी। उनके बयानों का जवाब सरकार की तरफ से मंत्रियों ने दिया और उनके बयानों का खंडन भी किया।

राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए बीजेपी पर नफरत, हिंसा और झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने मणिपुर, अग्निवीर योजना, किसानों को मिलने वाले एमएसपी और NEET परीक्षा के मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि कोई भी धर्म हिंसा करना नहीं सिखाता और बीजेपी पर 24 घंटे हिंसा और नफरत फैलाने का आरोप लगाया। इस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने खड़े होकर राहुल के बयान की आलोचना की और उनसे माफी मांगने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी राहुल गांधी के बयान का विरोध करते हुए कहा कि इस्लाम और सिख धर्म में अभय मुद्रा पर विद्वानों का मत जानना चाहिए। राहुल गांधी ने अपने बयान के बचाव में कहा कि नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं है, और बीजेपी-आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि शिव जी की इमेज से स्पष्ट होता है कि हिंदू डर और हिंसा नहीं फैला सकते।

अग्निवीर योजना पर राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अग्निवीरों को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता और उन्हें पेंशन भी नहीं मिलती। उन्होंने अग्निवीरों को यूज एंड थ्रो मजदूर कहा और दावा किया कि सरकार जवानों में फूट डाल रही है। इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खंडन करते हुए कहा कि अग्निवीर योजना पर गलतबयानी करके सदन को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहीद हुए अग्निवीरों के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाती है।

किसानों के मुद्दे पर राहुल गांधी ने दावा किया कि बीजेपी किसानों को आतंकवादी कहती थी और उन्हें उचित एमएसपी नहीं दिया जा रहा है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका खंडन करते हुए कहा कि उत्पादन की लागत पर 50 फीसदी जोड़कर एमएसपी दी जा रही है और आज भी एमएसपी पर खरीद हो रही है। शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी को अपने बयान को सत्यापित करने के लिए कहा।

राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद से हाथ मिलाते हुए कहा कि भगवान राम और अयोध्या ने आपको मैसेज भेजा है। इस पर अमित शाह ने राहुल गांधी को लोकसभा सदन के नियम जानने के लिए कोचिंग करने की सलाह दी और कहा कि सदन इस प्रकार से नहीं चल सकता। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और प्रह्लाद जोशी ने भी राहुल गांधी को लोकसभा सदन की को सही ढंग से चलाये जाने की सलाह दी।

मणिपुर पर राहुल गांधी ने कहा कि राज्य को सिविल वॉर में डुबो दिया गया है और पीएम मोदी वहां आजतक नहीं गए। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी का भी विरोध किया और कहा कि ये कदम अरबपतियों की मदद के लिए उठाए गए थे। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के राज्यों में भूमि अधिग्रहण अधिनियम खत्म कर दिया गया है।

राहुल गांधी ने दावा किया कि पीएम मोदी अयोध्या से लड़ना चाहते थे लेकिन सर्वेअर्स के कहने पर वहां से नहीं लड़े। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र और संविधान ने हमें सिखाया है कि सदन में विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए।

राहुल गांधी के भाषण के बाद सत्ता पक्ष के कई सांसदों ने खड़े होकर उनके बयान की आलोचना की और उनसे माफी मांगने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी उनके बयान का विरोध किया और इसे गंभीर बताया। राहुल गांधी ने अपने बयान के बचाव में कहा कि वे अपने बयान पर कायम हैं और उनका इरादा किसी धर्म को आहत करने का नहीं था।