UP में दलितों पर बढ़ते हमले: आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन, जानें पूरी मांगें
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने उत्तर प्रदेश में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचारों के खिलाफ महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। इसमें मथुरा में हुई हिंसक घटनाओं और माननीय सांसद चंद्रशेखर आज़ाद के काफिले पर हुए हमले का कड़ा विरोध किया गया। पार्टी ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। साथ ही, मुख्यमंत्री आवास और विधानसभा के सामने बड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है।

INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : UP में दलितों पर बढ़ते हमले: आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन, जानें पूरी मांगें
उत्तर प्रदेश में दलितों पर हमले और ASP की मांगें
उत्तर प्रदेश में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि भाजपा सरकार के शासन में इन वर्गों पर हिंसा, उत्पीड़न और जातीय हमले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार इन्हें रोकने में विफल रही है। हाल ही में मथुरा जिले में तीन बड़ी घटनाएं सामने आईं—ग्राम सिरसली में एक दलित युवक की हत्या, ग्राम कनकाट में एक दलित लड़की की शादी में हमला और ग्राम भगत सिंह नगला में चंद्रपाल और उनके परिवार पर गोलीबारी। इन घटनाओं से प्रदेशभर में दलित और पिछड़े वर्गों में भय का माहौल है।
इसके अलावा, 28 फरवरी 2025 को भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद चंद्रशेखर आज़ाद जब पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे, तो उनके काफिले पर दो बार हमला हुआ। पुलिस की मौजूदगी में गाड़ियों को तोड़ा गया और कई कार्यकर्ता घायल हुए। आजाद समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने, सभी घटनाओं की निष्पक्ष जांच कराने, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और चंद्रशेखर आज़ाद के काफिले पर हुए हमले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 3 मार्च 2025 को मुख्यमंत्री आवास पर और 10 मार्च 2025 को विधानसभा के सामने बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में दलितों पर हमले और ASP की मांगें
यूपी में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर बढ़ता अत्याचार
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रही हिंसा, उत्पीड़न और जातीय हमलों को लेकर महामहिम राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा। पत्र में उल्लेख किया गया है कि भाजपा सरकार के शासन में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज पर हमले तेजी से बढ़े हैं, लेकिन सरकार इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल रही है।
मथुरा में तीन बड़ी घटनाएं, दहशत में दलित समाज
हाल ही में मथुरा जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर दलित समुदाय के लोगों पर हमले हुए:
- ग्राम सिरसली, थाना मंट - अनुसूचित जाति के युवक की निर्मम हत्या।
- ग्राम कनकाट, थाना फिशरगंज - दलित लड़की की शादी में हमला, रस्में पूरी नहीं हो पाईं।
- ग्राम भगत सिंह नगला, थाना सुरीर - चंद्रपाल और उनके परिवार पर गोलीबारी, तीन लोग गंभीर रूप से घायल।
इन घटनाओं से पूरे प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्ग के लोग भयभीत हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद के काफिले पर हमला
28 फरवरी 2025 को भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद जब पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे, तो पुलिस की मौजूदगी में ही उनके काफिले पर हमला कर दिया गया।
- पहला हमला - थाना सुरीर के पास
- दूसरा हमला - लौटते समय, पुलिस की मौजूदगी में गाड़ियों को तोड़ा गया और कई कार्यकर्ता घायल हुए।
ASP की प्रमुख मांगें
- उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
- सभी घटनाओं की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
- दलितों और कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल तैनात किया जाए।
- चंद्रशेखर आज़ाद के काफिले पर हमले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
बड़ा आंदोलन: लखनऊ और मथुरा में विरोध प्रदर्शन
यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो आजाद समाज पार्टी आंदोलन के लिए बाध्य होगी:
- पहला चरण - 3 मार्च 2025 को मुख्यमंत्री आवास पर धरना प्रदर्शन।
- दूसरा चरण - 10 मार्च 2025 को विधानसभा के सामने विशाल प्रदर्शन।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख नेता
नितिन कुमार गौतम (जिलाध्यक्ष, ASP, फर्रुखाबाद) सहित अन्य पदाधिकारियों ने यह ज्ञापन सौंपा।
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