दोबारा हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर 119 भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से आज भारत भेजा जायेगा

अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 119 भारतीय प्रवासियों को आज रात अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के आव्रजन नियमों के तहत यह दूसरी डिपोर्टेशन फ्लाइट है। C-17 अमेरिकी सैन्य विमान इन भारतीय नागरिकों को लेकर आएगा। इनमें 67 पंजाब, 33 हरियाणा, 8 गुजरात, 3 उत्तर प्रदेश, 2 राजस्थान और महाराष्ट्र, तथा 1-1 गोवा, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से हैं।

Feb 15, 2025 - 11:20
 0
दोबारा हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर 119 भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से आज भारत भेजा जायेगा

INDC Netwrk : देश-दुनिया : अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 119 भारतीय प्रवासियों को आज रात अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के आव्रजन नियमों के तहत यह दूसरी डिपोर्टेशन फ्लाइट है। C-17 अमेरिकी सैन्य विमान इन भारतीय नागरिकों को लेकर आएगा। इनमें 67 पंजाब, 33 हरियाणा, 8 गुजरात, 3 उत्तर प्रदेश, 2 राजस्थान और महाराष्ट्र, तथा 1-1 गोवा, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से हैं

Advertisement Banner

भारत लौटने वाले प्रवासियों का आंकड़ा

राज्य प्रवासियों की संख्या
पंजाब 67
हरियाणा 33
गुजरात 8
उत्तर प्रदेश 3
राजस्थान 2
महाराष्ट्र 2
गोवा 1
जम्मू-कश्मीर 1
हिमाचल प्रदेश 1
कुल 119

ट्रंप प्रशासन की सख्ती और डिपोर्टेशन का सिलसिला

ट्रंप प्रशासन की अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के तहत हर दो हफ्तों में ऐसी डिपोर्टेशन फ्लाइट भेजी जा रही हैं। इससे पहले, 104 भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत भेजा गया था। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया जारी रहेगी जब तक सभी अवैध भारतीय प्रवासी स्वदेश नहीं लौट जाते।

INDC Network Poster

पीएम मोदी का रुख – मानव तस्करी पर वार जरूरी!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिका दौरे पर ट्रंप से इस विषय पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा:

"जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं, वे आम परिवारों से आते हैं और अधिकतर मानव तस्करों द्वारा गुमराह किए जाते हैं। हमें इस पूरी मानव तस्करी प्रणाली को जड़ से खत्म करना होगा।"

उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका को मिलकर मानव तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।


डिपोर्टेशन में अमानवीय व्यवहार पर विवाद

अमेरिका में डिपोर्ट किए गए भारतीयों के साथ हुए व्यवहार को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।

  • हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाना: अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) ने कहा कि यह मानक सुरक्षा प्रक्रिया है ताकि कोई भागने की कोशिश न करे।
  • राजनीतिक विवाद: विपक्ष ने सरकार से सवाल किया कि भारतीय नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों हो रहा है?
  • मानवीय मुद्दा: कई संगठनों ने इसे अनावश्यक और अमानवीय करार दिया, खासकर तब जब वे सिर्फ आप्रवासन कानून तोड़ने के दोषी हैं, कोई गंभीर अपराधी नहीं।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मामले को संसद में उठाते हुए कहा:

"भारत, अमेरिकी अधिकारियों से लगातार संपर्क में है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि डिपोर्ट किए गए भारतीयों के साथ सम्मानजनक व्यवहार हो।"

उन्होंने स्पष्ट किया कि आप्रवासन कानूनों का पालन जरूरी है, लेकिन मानवीय गरिमा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।


आगे क्या होगा?

अमेरिका में अवैध प्रवासियों के लिए सख्त कानून लागू किए जा रहे हैं, जिससे कई भारतीय प्रभावित हो रहे हैं। अब भारत सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वह:

  1. मानव तस्करी को रोके – कड़े कानून और सीमा प्रबंधन से।
  2. अवैध प्रवासियों के पुनर्वास की योजना बनाए – ताकि उन्हें भारत में नई शुरुआत मिल सके।
  3. राजनयिक बातचीत करे – ताकि अमेरिका में भारतीय प्रवासियों को सम्मानजनक व्यवहार मिले।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Arpit Shakya नमस्कार! मैं अर्पित शाक्य, INDC Network का मुख्य संपादक हूँ। मेरा उद्देश्य सूचनाओं को जिम्मेदारी और निष्पक्षता के साथ आप तक पहुँचाना है। INDC Network पर मैं स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खबरों को आपकी भाषा में सरल, तथ्यपरक और विश्वसनीय रूप में प्रस्तुत करता/करती हूँ। पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरा विश्वास है कि हर खबर का सच सामने आना चाहिए, और यही सोच मुझे जनहित से जुड़ी खबरों की तह तक जाने के लिए प्रेरित करती है। चाहे वह गाँव की आवाज़ हो या देश की बड़ी हलचल – मेरा प्रयास रहता है कि आपके सवालों को मंच मिले और जवाब मिलें। मैंने INDC Network को एक ऐसे डिजिटल मंच के रूप में तैयार किया है, जहाँ लोकल मुद्दों से लेकर ग्लोबल घटनाओं तक हर आवाज़ को जगह मिलती है। यहाँ मेरी प्रोफ़ाइल के माध्यम से आप मेरे द्वारा लिखे गए समाचार, लेख, इंटरव्यू और रिपोर्ट्स पढ़ सकते हैं।