स्पेसएक्स-एयरटेल करार: अब भारत में सैटेलाइट से मिलेगा हाई-स्पीड इंटरनेट!
टेलिकॉम दिग्गज भारती एयरटेल और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। यह सेवा खासकर दूर-दराज के इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट प्रदान करने पर केंद्रित होगी। इस समझौते के तहत, एयरटेल अपने मौजूदा नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में स्टारलिंक टेक्नोलॉजी को शामिल करेगा।

INDC Network : नई दिल्ली : भारत में अब स्पेसएक्स और एयरटेल मिलकर देंगे सैटेलाइट इंटरनेट
भारत में इंटरनेट क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, भारती एयरटेल और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने एक ऐतिहासिक करार किया है। यह करार भारत के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने पर केंद्रित होगा।
क्या है यह करार?
11 मार्च 2025 को टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में घोषणा की कि वह स्पेसएक्स की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस, स्टारलिंक के साथ साझेदारी कर रही है। इसके तहत:
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एयरटेल और स्पेसएक्स मिलकर बिजनेस, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और ग्रामीण इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं प्रदान करेंगे।
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एयरटेल के मौजूदा नेटवर्क में स्टारलिंक टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
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एयरटेल के रिटेल स्टोर्स में स्टारलिंक उपकरणों की बिक्री शुरू हो सकती है।
कैसे काम करेगा स्टारलिंक इंटरनेट?
स्टारलिंक इंटरनेट सेवा धरती की निचली कक्षा (LEO) में स्थापित हजारों सैटेलाइट्स के जरिए काम करती है। यह उन इलाकों में इंटरनेट कवरेज देने में सक्षम है, जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड सेवाएं नहीं पहुंच पातीं।
इंटरनेट कैसे पहुंचता है?
1️⃣ ग्राउंड स्टेशन: इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर सैटेलाइट को सिग्नल भेजता है। 2️⃣ सैटेलाइट: यह सिग्नल को प्रोसेस करके यूजर टर्मिनल तक फॉरवर्ड करता है। 3️⃣ यूजर टर्मिनल: स्टारलिंक डिश सिग्नल को कैप्चर करके इसे वाईफाई के जरिए कंप्यूटर व अन्य डिवाइस तक पहुंचाता है।
???? स्टारलिंक इंटरनेट के फायदे: ✔️ हाई-स्पीड इंटरनेट ???? ✔️ लो-लेटेंसी ???? ✔️ दूर-दराज के इलाकों में कनेक्टिविटी ???? ✔️ ऑनलाइन स्ट्रीमिंग, गेमिंग, वीडियो कॉलिंग में सुधार ????????
भारत में इंटरनेट की मौजूदा स्थिति
कैटेगरी | डेटा (2025) |
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इंटरनेट यूजर्स | 85 करोड़ |
ब्रॉडबैंड कनेक्शन | 84 करोड़ |
ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट यूजर्स | 38 करोड़ |
4G/5G कवरेज | 80% से अधिक |
एयरटेल और स्पेसएक्स की साझेदारी क्यों जरूरी?
भारत में लाखों लोग अब भी खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी से जूझ रहे हैं। खासकर पहाड़ी, जंगल और सीमावर्ती क्षेत्रों में इंटरनेट की पहुंच सीमित है। इस स्थिति को सुधारने के लिए:
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सैटेलाइट इंटरनेट, केबल या फाइबर नेटवर्क की जरूरत के बिना दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंच सकता है।
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प्राकृतिक आपदाओं या अन्य आपात स्थितियों में संचार सुविधा बनी रहेगी।
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ऑनलाइन शिक्षा और टेलीमेडिसिन सेवाएं दूरदराज के इलाकों तक आसानी से पहुंचेंगी।
क्या होगा अगला कदम?
✅ एयरटेल रिटेल स्टोर्स पर स्टारलिंक उपकरणों की बिक्री शुरू हो सकती है। ✅ एयरटेल और स्पेसएक्स, सरकारी और निजी संस्थानों के साथ साझेदारी करेंगे। ✅ ग्रामीण समुदायों, स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़ने के लिए विशेष योजनाएं लाई जाएंगी।
स्पेसएक्स और एयरटेल की यह साझेदारी भारत में डिजिटल क्रांति को और तेज कर सकती है। इससे न केवल इंटरनेट सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
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