शिवपुरी में वायुसेना का मिराज-2000 क्रैश: दोनों पायलट सुरक्षित, सिस्टम खराबी बनी हादसे की वजह
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में वायुसेना का मिराज-2000 फाइटर जेट नियमित प्रशिक्षण के दौरान क्रैश हो गया। हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ। दोनों पायलट समय रहते इजेक्ट कर सुरक्षित बच निकले। वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।

INDC Network : शिवपुरी, मध्यप्रदेश : मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में वायुसेना का मिराज-2000 फाइटर जेट नियमित प्रशिक्षण के दौरान क्रैश हो गया। हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ। दोनों पायलट समय रहते इजेक्ट कर सुरक्षित बच निकले। वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
शिवपुरी में मिराज-2000 का क्रैश: पूरी घटना का विवरण
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बहरेटा सानी गांव के पास भारतीय वायुसेना का मिराज-2000 फाइटर प्लेन क्रैश हो गया। घटना शुक्रवार दोपहर करीब 2:40 बजे की है। हादसे के समय विमान में दो पायलट थे। दोनों ने इजेक्ट कर अपनी जान बचाई।
(फाइटर प्लेन के पायलट हादसे में सुरक्षित हैं। ग्रामीणों ने उन्हें संभाला।)
घटना की जानकारी और शुरुआती जांच
घटना की जानकारी मिलते ही वायुसेना की टीम मौके पर पहुंची। पायलटों में विक्रांत जाधव और विंग कमांडर विराज भोला शामिल थे। दोनों पायलट हेलिकॉप्टर से ग्वालियर ले जाए गए। वायुसेना ने शुरुआती जांच में सिस्टम की खराबी को हादसे की वजह बताया और विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
पायलट का संदेश: तत्काल मदद की अपील
हादसे के बाद पायलट विक्रांत जाधव ने मोबाइल के जरिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। उन्होंने कहा,
"मैं इजेक्ट हो चुका हूं। प्लेन क्रैश हो गया है और जल रहा है। कृपया जल्दी मदद भेजें।"
एयरफोर्स का आधिकारिक बयान
भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया:
"मिराज-2000 नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिस्टम में खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दोनों पायलट सुरक्षित हैं। जांच के आदेश दिए गए हैं।"
मिराज-2000 के तकनीकी आंकड़े
तकनीकी विशेषता | विवरण |
---|---|
निर्माता | दसॉ एविएशन (फ्रांस) |
रेंज | 1550 किमी |
टॉप स्पीड | 2.2 मैक (2300-2500 किमी/घंटे) |
अधिकतम वजन | 17500 किलोग्राम |
अधिकतम क्लाइंब रेट | 60 हजार फीट/मिनट |
विंग की लंबाई | 29.9 फीट |
ऊंचाई | 17.50 फीट |
वॉरहेड | 6300 किलोग्राम |
खाली वजन | 7500 किलोग्राम |
सर्विस सीलिंग | 50-60 हजार फीट |
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