फर्रुखाबाद: कान्हा गौशाला में मृत गौवंश, गौसेवा आयोग के सदस्य ने दिए सख्त कार्यवाही के निर्देश
फर्रुखाबाद की कान्हा गौशाला में मृत गौवंश मिलने से हड़कंप मच गया। गौसेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : कान्हा गौशाला में मृत गौवंश, आयोग सदस्य ने जताई नाराजगी
फर्रुखाबाद की कान्हा गौशाला में लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां कई गौवंश मृत मिले और उनके शवों को कौवे नोचते दिखे। जब गौसेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय मौके पर पहुंचे तो गौशाला की दुर्दशा देख उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
उन्होंने तत्काल मुख्य विकास अधिकारी (CDO) को निर्देश दिए कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए और दोषियों को किसी भी कीमत पर न छोड़ा जाए।
गौशालाओं से किसानों तक पहुंचेंगी गायें – रमाकांत उपाध्याय
गौसेवा आयोग के सदस्य ने कहा कि उनका लक्ष्य गौशालाओं से गायों को किसानों के खूंटे तक पहुंचाना है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि गाय केवल गौशालाओं तक सीमित न रहें, बल्कि किसानों को उनकी सेवा का लाभ मिले।
गोबर और गौमूत्र से किसानों की आय बढ़ाने की योजना
रमाकांत उपाध्याय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आयोग का उद्देश्य गोबर और गौमूत्र को किसानों की आय का साधन बनाना है। उन्होंने बताया कि किसान इसका उपयोग जैविक खाद के रूप में करेंगे, जिससे रासायनिक खादों से होने वाली खतरनाक बीमारियों से निजात मिलेगी।
सपा नेता के बयान पर पलटवार
हाल ही में समाजवादी पार्टी के एक नेता ने गौशालाओं को "मृत शाला" करार दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रमाकांत उपाध्याय ने कहा कि जिन व्यवस्थाओं में गड़बड़ी हो रही है, वे उन्हीं लोगों द्वारा की जा रही हैं, जो पहले सत्ता में थे। उन्होंने गौशालाओं की व्यवस्था को सुधारने और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात कही।
यह मामला फर्रुखाबाद में गौशालाओं की वास्तविक स्थिति को उजागर करता है और प्रशासन की गंभीर लापरवाही की ओर इशारा करता है। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है और गौवंश की स्थिति में सुधार के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।
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