भजन गाते-गाते बुजुर्ग ने त्यागे प्राण: 'चलो बुलावा आया है' गाते ही गिर पड़े, लोगों ने कहा- माता ने बुला लिया
सहारनपुर में भजन संध्या के दौरान एक बुजुर्ग की माता के भजन गाते-गाते मौत हो गई। हरीश मासटा (60) श्री हरि मंदिर में भजन संध्या में हिस्सा ले रहे थे। ‘चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है’ भजन गाते ही वे गिर पड़े और अचेत हो गए। मंदिर में मौजूद लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई। श्रद्धालुओं ने इसे माता का बुलावा बताया, पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई।

INDC Network : सहारनपुर, उत्तर प्रदेश : सहारनपुर के आवास विकास कॉलोनी स्थित श्री हरि मंदिर में नवरात्र के दौरान भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा था।
मंगलवार रात 9:30 बजे हरीश मासटा भजन संध्या में शामिल हुए।

उन्होंने ‘चलो मम्मी एक बार ले चलो, मुझे माता रानी के दरबार ले चलो’ भजन से शुरुआत की।
इसके बाद उन्होंने ‘जयकारा शेरा वाली दा, जय मां’ गाया, और फिर ‘चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है’ भजन शुरू किया।
भजन खत्म करते ही वे अचानक नीचे गिर पड़े।
लोगों ने उन्हें संभालने की कोशिश की, पानी के छींटे मारे लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
आनन-फानन में परिजन और भजन मंडली के सदस्य उन्हें दिल्ली रोड स्थित निजी अस्पताल ले गए।
डॉक्टरों ने बताया हृदय गति रुकने से हुई मौत
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने जांच की और बताया कि उनकी मृत्यु हृदय गति रुकने (हार्ट अटैक) से हुई है।
डॉक्टरों के अनुसार, भजन गाने के दौरान अधिक भावुक होने से उनकी स्थिति बिगड़ गई।
मंदिर में मौजूद श्रद्धालु और परिवारजन स्तब्ध रह गए।
भजन और भक्ति में रमे रहते थे हरीश मासटा
हरीश मासटा सिर्फ भजन संध्या तक सीमित नहीं थे, बल्कि वे ‘रामकृष्ण मॉर्निंग परिवार’ और ‘हैप्पी मॉर्निंग क्लब’ के भी सक्रिय सदस्य थे।
हर सुबह कंपनी बाग में माता के भजन गाकर भक्ति की अलख जगाते थे।
उनकी मधुर वाणी लोगों के दिलों को सुकून देती थी।
भक्तों का कहना है कि उन्होंने माता के भजन गाते-गाते प्राण त्यागे, यह माता की असीम कृपा का प्रमाण है।
बेटों का रो-रोकर बुरा हाल, शहर में शोक की लहर
हरीश मासटा अपने पीछे दो बेटे (आशू और दीपक), बेटी मोनिका और दामाद अमित को छोड़ गए हैं।
बेटों और परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
श्रद्धालुओं और भजन प्रेमियों में गहरा शोक है।
बुधवार को गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
भक्तों ने कहा- माता ने बुला लिया
मंदिर में मौजूद लोगों का कहना है कि हरीश मासटा को माता रानी ने बुला लिया।
उन्होंने भजन गाते हुए अपना अंतिम समय पाया, इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है?
पूरे शहर में उनकी भक्ति और मधुर भजनों की चर्चा हो रही है।
श्रद्धालु कहते हैं कि उन्होंने अपने जीवन का अंत माता के चरणों में किया, जो एक भक्त के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।
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