रामपुर न्यूज़ - ट्रैक्टर की खुशियां बनी मातम का सबब, मंदिर जाते ताई-भतीजी की दर्दनाक मौत
रामपुर और मुरादाबाद जिले की सीमावर्ती सड़क पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ जिसमें बोलेरो और ट्रैक्टर-ट्रॉली की आमने-सामने की भीषण टक्कर में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा राणा शुगर मिल के पास हुआ, जहां बोलेरो सवार मनीष गोस्वामी (20), और ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार माया देवी (50) व उनकी भतीजी आरती (18) की जान चली गई। हादसे में सात अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। माया देवी और आरती दर्शन के लिए मनोना धाम जा रहे थे, जबकि मनीष अपने रिश्तेदारों को छोड़कर लौट रहे थे। ट्रैक्टर नया खरीदा गया था और यह यात्रा श्रद्धा के साथ-साथ खुशी का प्रतीक थी, जो चंद पलों में शोक में बदल गई। हादसे की खबर मिलते ही गांवों में मातम छा गया और एक ही परिवार में दो-दो मौतों ने कोहराम मचा दिया।

INDC Network : रामपुर, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के रामपुर-मुरादाबाद मार्ग पर मंगलवार रात श्रद्धा और खुशी के साथ निकली एक यात्रा दर्दनाक हादसे में बदल गई। राणा शुगर मिल के पास बोलेरो और ट्रैक्टर-ट्रॉली की आमने-सामने टक्कर में तीन लोगों की जान चली गई और सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में मुरादाबाद के गांव गौरा शाहगढ़ की माया देवी (50), उनकी भतीजी आरती (18) और रामपुर के मिलक निवासी मनीष गोस्वामी (20) शामिल हैं।
आमने-सामने टक्कर, चंद सेकेंडों में टूटा सब कुछ
यह हादसा देर रात हुआ, जब मनीष गोस्वामी बोलेरो से अपने रिश्तेदारों को छोड़कर शाहबाद होते हुए बिलारी जा रहा था। दूसरी ओर, रामबाबू अपने नये ट्रैक्टर-ट्रॉली से परिवार और रिश्तेदारों को लेकर बरेली के आंवला स्थित मनोना धाम के लिए रवाना हुए थे। लेकिन राणा शुगर मिल के पास पहुंचते ही दोनों वाहन आमने-सामने आ गए और तेज रफ्तार में हुई टक्कर ने तीन परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया।

मंदिर दर्शन अधूरे, नई ट्रैक्टर की खुशी उजड़ी
माया देवी और आरती, जो खाटू श्याम के दर्शन के लिए निकली थीं, अब कभी घर वापस नहीं लौटेंगी। रामबाबू ने हाल ही में नया ट्रैक्टर खरीदा था, और परिवार इसे लेकर पहली धार्मिक यात्रा पर जा रहा था। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था — नई ट्रैक्टर की खुशी अब शोक गीत में बदल गई है।
पढ़ाई और भविष्य के सपनों को निगल गया हादसा
आरती बिलारी के ग्रामोदय महाविद्यालय अमरपुरकाशी में एमए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। उसके सपने और भविष्य की उड़ान, हादसे की चपेट में आकर थम गई। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण माया और आरती की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य घायलों को निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
बोलेरो सवार भी नहीं बचा, परिवार में मातम
मनीष गोस्वामी, जो अपने रिश्तेदारों को छोड़ने गया था, अपने घर लौटने का वादा कर निकला था। लेकिन उसके परिवार को वापस मिला उसका शव। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। मनीष अपने पिता का बड़ा बेटा था। हादसे की सूचना मिलते ही मां सुधा सदमे में चली गईं और पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।
एक ही हादसे में दो शव, एक परिवार में दो अर्थियां
एक ओर माया देवी ताई थीं, दूसरी ओर आरती उनकी भतीजी। एक ही परिवार से दो अर्थियां उठने के दृश्य ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। गांव गौरा शाहगढ़ और रामपुर के मिलक में मातम का माहौल है। लोग कह रहे हैं – "न ट्रैक्टर की खुशी रही, न दर्शन की मुराद पूरी हुई।"
प्रशासन पर सवाल, कोतवाली प्रभारी का बयान
घटना की जानकारी मिलने पर कोतवाली प्रभारी पंकज पंत मौके पर पहुंचे और घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। हालांकि, उन्होंने बताया कि उन्हें केवल एक मौत की जानकारी है, बाकी परिजनों ने कोई सूचना नहीं दी है। ऐसे में प्रशासन की रिपोर्टिंग और संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
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