अलीगढ़ : 33 साल बाद पुजारी बना 'डॉक्टर डेथ' गिरफ्तार: 50 हत्याओं के राज से उठा पर्दा
अलीगढ़ के कुख्यात सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा उर्फ 'डॉक्टर डेथ' को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के दौसा जिले में एक आश्रम से गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले साल तिहाड़ जेल से पैरोल पर निकलने के बाद से फरार था और पुजारी बनकर छिपा था। देवेंद्र 50 से ज्यादा लोगों की हत्याएं कर चुका है, जिनमें से अधिकांश टैक्सी ड्राइवर थे। शवों को वह मगरमच्छों से भरी नहर में फेंक देता था ताकि कोई सुराग न बचे।

INDC Network : अलीगढ़, उत्तर प्रदेश : 50 से ज्यादा हत्याओं वाला ‘डॉक्टर डेथ’ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के दौसा से देश के सबसे खौफनाक सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया है। देवेंद्र उर्फ 'डॉक्टर डेथ' अलीगढ़ के छर्रा क्षेत्र का रहने वाला है और 50 से अधिक हत्याओं को अंजाम दे चुका है।

प्रवचन करते पकड़ा गया पुजारी बना किलर
पुलिस के अनुसार, वह अगस्त 2023 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आया था और फरार हो गया था। फरारी के दौरान वह राजस्थान के दौसा जिले में एक आश्रम में पुजारी बनकर प्रवचन दे रहा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जब दबिश दी, वह प्रवचन कर रहा था।
शवों को मगरमच्छों के हवाले करता था
देवेंद्र हत्या के बाद शवों को उत्तर प्रदेश के कासगंज की हजारा नहर में फेंक देता था, जो मगरमच्छों के लिए प्रसिद्ध है। मगरमच्छ शव को पूरी तरह खा जाते थे, जिससे पुलिस को कोई सबूत नहीं मिलता था।
टैक्सी ड्राइवरों को बनाता था निशाना
वह खासतौर पर टैक्सी ड्राइवरों को निशाना बनाता था। पहले टैक्सी बुक करता और फिर ड्राइवर की हत्या कर देता। हत्या के बाद गाड़ी को ब्लैक मार्केट में बेच देता था।
125 अवैध किडनी ट्रांसप्लांट भी किए
देवेंद्र ने बुलंदशहर से पढ़ाई कर पटना से BAMS किया था। गैस एजेंसी में नुकसान के बाद उसने किडनी ट्रांसप्लांट का अवैध रैकेट शुरू किया। 1998 से 2004 के बीच 125 से ज्यादा ट्रांसप्लांट कराए।
7 उम्रकैद, 1 फांसी की सजा
देवेंद्र को 8 मामलों में दोषी ठहराया गया है, जिनमें 7 में उम्रकैद और एक में फांसी की सजा हो चुकी है। वह कई बार पैरोल पर बाहर आया और फरार हो गया।
गांव में 33 साल से नहीं आया
उसका गांव का मकान खंडहर बन चुका है। देवेंद्र का एक भाई CISF में दरोगा है और बाकी परिजन अब उससे कोई संबंध नहीं रखते।
गांव में सन्नाटा और चर्चा
उसके गांव मुरैनी में लोग उसकी गिरफ्तारी को लेकर बात कर रहे हैं, लेकिन कैमरे पर कोई बोलने को तैयार नहीं।
यह रहा 'डॉक्टर डेथ' देवेंद्र शर्मा की हिस्ट्रीशीट का विवरण :
वर्ष | स्थान | अपराध का विवरण |
---|---|---|
1994 | अलीगढ़ (थाना बरला) | कातिलाना हमले का पहला मामला दर्ज |
1996 | मथुरा | हत्या का मामला दर्ज |
1996 | रोजा शाहजहांपुर | लूट की घटना |
2001 | पलवल (हरियाणा), अमरोहा | अपहरण, फर्जी गैस एजेंसी चलाने का मामला |
2002 | बदरपुर, फरीदाबाद | अपहरण व हत्या |
2002 | हिडोन सिटी (राजस्थान) | हत्या की रिपोर्ट दर्ज |
2003 | पलवल (हरियाणा) | अपहरण और हत्या की 2 घटनाएं |
2004 | होडल और अटेली (हरियाणा) | हत्या की दो वारदात |
2014 | फरीदाबाद | रेश्योज जेल में फर्जी पते पर बंदी बनना |
2014 | बरला (अलीगढ़) | सीमेंट कारोबारी पर हमला करवाने की साजिश और रंगदारी माँगने के दो मामले |
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