रहस्यमयी बावड़ी: संभल में प्राचीन इतिहास के नए रहस्य खुलने की संभावना
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में खुदाई के दौरान प्राचीन बावड़ी की खोज ने रहस्य को गहरा दिया है। 25 फीट की खुदाई के बाद दूसरी मंजिल पर पहुंचने पर रेत, टूटी दीवारें और गैस रिसाव ने खतरे को बढ़ा दिया है। ASI ने श्रमिकों को दूसरी मंजिल पर जाने से रोका है। प्राचीन विरासत मिलने की संभावना ने चर्चा को और रोमांचक बना दिया है।

INDC Network : संभल, उत्तर प्रदेश : रहस्यमयी बावड़ी: संभल में प्राचीन इतिहास के नए रहस्य खुलने की संभावना
खुदाई में मिली रहस्यमयी बावड़ी
उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी में पिछले 14 दिनों से बावड़ी की खुदाई जारी है। 25 फीट गहराई तक पहुंचने के बाद एक और बावड़ी का पता चला। इस खोज ने पुरातात्विक इतिहास की ओर ध्यान खींचा है।
बावड़ी की दूसरी मंजिल पर क्या मिला?
सर्वेक्षण से मिली जानकारी:
विवरण | जानकारी |
---|---|
खुदाई की गहराई | 25 फीट |
दूसरी मंजिल पर दिखा | रेत और टूटी हुई दीवारें |
प्रमुख खतरा | मंजिल धंसने का खतरा |
गैस रिसाव | हां, गैस लीक हो रही है |
ऑक्सीजन की स्थिति | कमी |
ASI ने क्यों रोकी खुदाई?
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने दूसरी मंजिल का सर्वे करने के बाद श्रमिकों को वहां जाने से रोक दिया है। ASI ने बताया कि:
- दीवारें क्षतिग्रस्त: दूसरी मंजिल पर दीवारें कमजोर और टूटी हुई हैं।
- गैस रिसाव: वहां से गैस लीक हो रही है, जिससे श्रमिकों में डर है।
- ऑक्सीजन की कमी: इस क्षेत्र में ऑक्सीजन की मात्रा बेहद कम है।
प्राचीन विरासत के संकेत
ASI के विशेषज्ञों का मानना है कि बावड़ी की दूसरी मंजिल की आगे खुदाई के दौरान प्राचीन विरासत के कई अनमोल चिन्ह सामने आ सकते हैं।
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