मेरठ न्यूज़ - आंधी-बिजली से तबाही: 138 करोड़ की बर्बादी, शहर का ढांचा हिलाकर रख दिया

बुधवार रात आई आंधी और बारिश ने शहर को बुरी तरह झकझोर दिया। घर, होटल, मंडप, उद्योग, और दवा कारोबार बर्बाद हो गए। 138 करोड़ रुपये से अधिक का अनुमानित नुकसान हुआ है। मंडपों से लेकर ईंट भट्टों तक सबकुछ तबाह हो गया।

May 23, 2025 - 14:01
 0
मेरठ न्यूज़ - आंधी-बिजली से तबाही: 138 करोड़ की बर्बादी, शहर का ढांचा हिलाकर रख दिया

INDC Network : मेरठ, उत्तर प्रदेश : बुधवार रात अचानक आई आंधी और तेज बारिश ने पूरे शहर में तबाही मचा दी। एक ओर जहां लोग राहत की सांस लेना चाहते थे, वहीं कुदरत का यह कहर जीवन और कारोबार दोनों पर भारी पड़ा। गुरुवार सुबह तक शहर के अलग-अलग इलाकों से तबाही की खबरें आने लगीं। इस आपदा में घरों, होटलों, मंडपों, उद्योगों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, और दवा कारोबार को भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन के अनुसार, कुल मिलाकर करीब 138 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

Advertisement Banner

मंडप, होटल और रेस्टोरेंटों में बर्बादी का मंजर
मंडप एसोसिएशन के महामंत्री विपुल सिंघल के अनुसार, शहर में होटलों, रेस्टोरेंटों और विवाह मंडपों को करीब 24 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंडपों में सवावटी सामान, लाइट, चुन्नी, कपड़े, टीन, और फाइबर से बनी दीवारें ढह गईं। बाईपास क्षेत्र, सरधना रोड और कैंट स्टेशन के पास के मंडप पूरी तरह ध्वस्त हो गए।

INDC Network Poster

दवा कारोबार को भी भारी झटका
खैर नगर में दवा व्यापारियों को भी 40 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। आंधी के दौरान बिजली गुल हो जाने से डीप फ्रिजर और कोल्ड चेन उपकरणों ने काम करना बंद कर दिया, जिससे लाखों की दवाएं खराब हो गईं।


ईंट भट्ठों की हालत भी खराब
जिले में मौजूद 150 ईंट भट्ठों में 15 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। संचालक संजय गोयल के मुताबिक बारिश के कारण जलभराव हुआ और ईंटें गल गईं। चौधरी योगेश फौजी ने बताया कि ईंधन भीग जाने के कारण उत्पादन रुक गया है।


सड़कों पर क्षतिग्रस्त गाड़ियों का अंबार
तूफान की चपेट में आकर 150 से अधिक गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। कहीं पेड़ गिरा, तो कहीं होर्डिंग, टंकी और लोहे के पाइप। ऑटो डीलर सिद्धार्थ जैन ने बताया कि उनके दोनों शोरूम में 40 से अधिक गाड़ियां रिपेयरिंग के लिए पहुंचीं। गौरव गुप्ता के अनुसार, पेड़ों की चपेट में आकर कई गाड़ियों की हालत खराब हो गई है।


स्थायी और अस्थायी निर्माण भी उजड़े
कई घरों में दरवाजे, खिड़कियां, सोलर पैनल, पानी की टंकियां, और किचन गार्डन तक उजड़ गए। सेंट जोसेफ स्कूल और अन्य स्थानों पर भी अस्थायी निर्माण टूटकर गिर गए।

शहरवासियों को अब इस आपदा से उबरने में लंबा वक्त लग सकता है। राहत कार्य शुरू हो गए हैं, लेकिन नुकसान का आंकलन अभी और गहराने की आशंका है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Arpit Shakya नमस्कार! मैं अर्पित शाक्य, INDC Network का मुख्य संपादक हूँ। मेरा उद्देश्य सूचनाओं को जिम्मेदारी और निष्पक्षता के साथ आप तक पहुँचाना है। INDC Network पर मैं स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खबरों को आपकी भाषा में सरल, तथ्यपरक और विश्वसनीय रूप में प्रस्तुत करता/करती हूँ। पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरा विश्वास है कि हर खबर का सच सामने आना चाहिए, और यही सोच मुझे जनहित से जुड़ी खबरों की तह तक जाने के लिए प्रेरित करती है। चाहे वह गाँव की आवाज़ हो या देश की बड़ी हलचल – मेरा प्रयास रहता है कि आपके सवालों को मंच मिले और जवाब मिलें। मैंने INDC Network को एक ऐसे डिजिटल मंच के रूप में तैयार किया है, जहाँ लोकल मुद्दों से लेकर ग्लोबल घटनाओं तक हर आवाज़ को जगह मिलती है। यहाँ मेरी प्रोफ़ाइल के माध्यम से आप मेरे द्वारा लिखे गए समाचार, लेख, इंटरव्यू और रिपोर्ट्स पढ़ सकते हैं।