पीलीभीत न्यूज़ - कोचिंग जाते समय ट्रक ने छात्रा को रौंदा, बहन घायल, सड़क पर मचा कोहराम
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां कोचिंग पढ़ने जा रही 17 वर्षीय छात्रा मीनाक्षी गंगवार की स्कूटी को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसा नौगवां ओवरब्रिज पर हुआ, जहां स्कूटी सवार मीनाक्षी को ट्रक ने पीछे से रौंद डाला। मीनाक्षी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसकी छोटी बहन अपूर्वा घायल हो गई। दोनों बहनें घर से कोचिंग पढ़ने के लिए निकली थीं। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने कुछ ही समय में ट्रक को पकड़ लिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए सदमा है, बल्कि प्रशासन के लिए एक बार फिर सड़क सुरक्षा की अनदेखी पर सवाल खड़े करता है।

INDC Network : पीलीभीत, उत्तर प्रदेश : पीलीभीत शहर में नौगवां ओवरब्रिज पर बृहस्पतिवार शाम दिल दहलाने वाला हादसा हो गया। मीनाक्षी गंगवार (17 वर्ष), जो इस साल इंटर की परीक्षा पास कर चुकी थी, अपनी छोटी बहन अपूर्वा के साथ स्कूटी पर कोचिंग क्लास के लिए निकली थी। लेकिन उनकी यह यात्रा उनके लिए एक भयावह अंत में तब्दील हो गई।
ओवरब्रिज पर पीछे से आया ट्रक, रौंद डाला छात्रा को
जैसे ही दोनों बहनें स्कूटी से नौगवां ओवरब्रिज पर चढ़ीं, पीछे से आए एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मीनाक्षी स्कूटी से गिर गई और ट्रक का पहिया उसके ऊपर से गुजर गया। वह मौके पर ही दम तोड़ बैठी, जबकि अपूर्वा को मामूली चोटें आईं और वह किसी तरह खुद को संभाल पाई।

मौके पर मची अफरा-तफरी, ट्रक चालक फरार
घटना के बाद आसपास मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रक चालक हादसे के बाद मौके से भाग निकला। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के इंस्पेक्टर पवन कुमार पांडेय अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया। छात्रा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, जबकि घायल बहन को प्राथमिक उपचार दिलाया गया।
पिता सरकारी कर्मचारी, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मीनाक्षी के पिता बसंतलाल गंगवार सिंचाई विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं। जब उन्हें हादसे की जानकारी मिली, तो वे भी मौके पर पहुंचे। अपनी बेटी की निर्जीव देह देखकर परिजन बदहवास हो गए। मां-बाप और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मीनाक्षी घर में पढ़ाई में होशियार और कोमल स्वभाव की लड़की थी। उसकी अचानक हुई मौत ने परिवार की उम्मीदें तोड़ दीं।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई, ट्रक को किया जब्त
पुलिस ने ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी थी और कुछ ही देर में ट्रक को पकड़ लिया गया। हालांकि, चालक अब भी फरार है। इंस्पेक्टर पवन कुमार पांडेय ने बताया कि ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है और परिजनों की तहरीर के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। चालक के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें भेजी गई हैं।
सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों को लेकर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े करता है। ओवरब्रिज जैसे स्थानों पर ट्रकों की रफ्तार पर नजर रखने और नियमन की सख्त जरूरत है। यदि ट्रक की गति पर नियंत्रण होता या CCTV/सुरक्षा उपाय मजबूत होते, तो शायद मीनाक्षी की जान बच सकती थी।
स्थानीय लोगों की मांग: ओवरब्रिज पर लगे स्पीड ब्रेकर
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि नौगवां ओवरब्रिज जैसे व्यस्त रूटों पर स्पीड ब्रेकर और कैमरे लगाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके। लोगों का कहना है कि यहां पहले भी तेज रफ्तार की वजह से हादसे हो चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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