हमीरपुर न्यूज़ - हमीरपुर में गैंगस्टर से मुठभेड़, पैर में लगी गोली, तमंचा और कारतूस बरामद
हमीरपुर के मौदहा क्षेत्र में पुलिस और गैंगस्टर के बीच देर रात मुठभेड़ हुई। आरोपी अरमान लाल पुलिस की चेकिंग देखकर भागने लगा और पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी। पुलिस ने मौके से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए। अरमान पहले से गैंगस्टर एक्ट में वांछित था और जेल जा चुका है।

INDC Network : हमीरपुर, उत्तर प्रदेश : हमीरपुर में देर रात मुठभेड़: गैंगस्टर के पैर में लगी गोली, तमंचा-कार्टूस बरामद
हमीरपुर ज़िले के मौदहा कोतवाली क्षेत्र में बीती रात एक सनसनीखेज मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस ने एक वांछित गैंगस्टर को पकड़ लिया। यह मुठभेड़ उस समय हुई जब पुलिस मदारपुर मोड़ पर रात्रि चेकिंग कर रही थी। तभी एक संदिग्ध व्यक्ति मदारपुर की दिशा से आता दिखाई दिया। पुलिस को देखकर वह घबरा गया और अचानक भागने लगा।

जैसे ही पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जो बदमाश के बाएं पैर में जा लगी। घायल बदमाश को तुरंत काबू में लिया गया और उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
घायल बदमाश की पहचान: गैंगस्टर एक्ट का आरोपी
पुलिस सर्कल ऑफिसर विनीता पहल के अनुसार, घायल बदमाश की पहचान अरमान लाल के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 25 वर्ष है और वह नारायच गांव का रहने वाला है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अरमान के खिलाफ पहले से गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज है और वह जेल भी जा चुका है।
यह गिरफ्तारी हमीरपुर पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि अरमान जैसे अपराधियों की गतिविधियाँ क्षेत्र में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही थीं।
तमंचा और कारतूस की बरामदगी: हथियारों से लैस था बदमाश
पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जब अरमान की तलाशी ली, तो उसके पास से एक देसी तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इससे स्पष्ट होता है कि आरोपी किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
मौके पर पुलिस बल ने पूरी सतर्कता के साथ स्थिति को नियंत्रित किया और घटना स्थल को सील कर लिया गया है।
इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती, कड़ी निगरानी में रखा गया
गोली लगने से घायल अरमान को नज़दीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस की निगरानी में ही उसका इलाज किया जा रहा है, ताकि वह दोबारा भागने की कोशिश न कर सके।
साथ ही पुलिस अन्य पुराने मामलों में भी पूछताछ कर रही है और उसके आपराधिक नेटवर्क की जांच शुरू कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल, लेकिन पुलिस की सतर्कता काबिल-ए-तारीफ
इस मुठभेड़ से एक बार फिर उत्तर प्रदेश में अपराधियों की सक्रियता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं हमीरपुर पुलिस की सक्रियता और तत्परता ने एक बड़ी वारदात को टाल दिया। गैंगस्टर एक्ट के आरोपियों की धरपकड़ अभियान में यह मुठभेड़ अहम मानी जा रही है।
प्रदेश सरकार द्वारा अपराध मुक्त समाज की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में यह मुठभेड़ एक सफल उदाहरण बन सकती है, बशर्ते आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
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