रामगोपाल यादव के बयान ने बढ़ाई सियासी गर्मी : विंग कमांडर व्योमिका को लेकर जातीय टिप्पणी ने बढ़ाया विवाद!
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर विवादित टिप्पणी कर दी है। उन्होंने व्योमिका की जाति का उल्लेख करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह युद्ध का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है जबकि असली जंग PDA वर्ग (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) ने लड़ी। यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक हलकों में इसकी निंदा की जा रही है। वहीं, विंग कमांडर व्योमिका की वीरता और संघर्ष की कहानी एक बार फिर चर्चा में आ गई है।

INDC Network : मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश : कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?
भारतीय वायुसेना की विशेष हेलिकॉप्टर पायलट विंग कमांडर व्योमिका सिंह मुश्किल और दुर्गम क्षेत्रों में चेतक और चीता हेलिकॉप्टर उड़ाने की विशेषज्ञ हैं। वह 21 वर्षों से भारतीय वायुसेना में अपनी सेवा दे रही हैं। स्कूल के दिनों में ही उन्होंने तय कर लिया था कि वह एयरफोर्स में जाएंगी। एनसीसी से शुरुआत कर उन्होंने यह सपना पूरा किया।

व्योमिका सिंह का करियर ग्राफ
वर्ष | उपलब्धि/पद |
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स्कूली समय | NCC की सदस्य |
2004 | 21वें शॉर्ट सर्विस कमीशन (महिला) के तहत फ्लाइंग पायलट कोर्स से एयरफोर्स में कमीशन |
2017 | विंग कमांडर पद पर पदोन्नति |
2019 | फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन |
2020 | अरुणाचल प्रदेश बचाव अभियान में हिस्सा |
2021 | 21,650 फीट की ऊंचाई पर माउंट मणिरंग पर्वतारोहण अभियान में भागीदारी |
✈️ व्योमिका की वीरता: कठिन क्षेत्रों में राहत और साहस का मिशन
नवंबर 2020 में जब अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान हुआ, तब विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दुर्गम पहाड़ियों में राहत और बचाव अभियान को सफलतापूर्वक लीड किया। उनके पास 2,500 से अधिक फ्लाइंग आवर्स का अनुभव है, जो उन्हें भारत की शीर्ष महिला सैन्य पायलटों में स्थान देता है।
कैसे बना सपना हकीकत?
छठवीं कक्षा में अपने नाम का अर्थ "व्योमिका" जानने के बाद उन्होंने तय किया कि वह उड़ान भरेंगी। उन्होंने एनसीसी से शुरुआत की और फिर शॉर्ट सर्विस कमीशन से एयरफोर्स का हिस्सा बन गईं। आज वह अपने परिवार की पहली महिला हैं, जो सशस्त्र बलों में शामिल हुईं।
सियासी बयान से उठा विवाद
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सपा सांसद रामगोपाल यादव ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह की जाति को उजागर करते हुए उन्हें “हरियाणा की जाटव” बताया और साथ ही उनके लिए आपत्तिजनक जातिसूचक शब्दों का उपयोग किया। उनका कहना था कि चूंकि भाजपा ने उन्हें “राजपूत” समझा, इसलिए कोई टिप्पणी नहीं की। वहीं, कर्नल सोफिया कुरैशी पर मुस्लिम होने की वजह से भाजपा मंत्री ने अपशब्द कहे।
PDA बनाम भाजपा: श्रेय की सियासत?
रामगोपाल यादव ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में शामिल सभी प्रमुख अधिकारी PDA वर्ग (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) से हैं — कर्नल सोफिया (मुस्लिम), विंग कमांडर व्योमिका (दलित), एयर मार्शल अवधेश यादव (पिछड़ा)। उनका दावा था कि यह युद्ध PDA वर्ग ने लड़ा है, भाजपा केवल श्रेय लेने के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रही है।
रामगोपाल यादव के तीखे सवाल:
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क्या भाजपा नेता और कार्यकर्ता युद्ध के लिए बॉर्डर पर गए थे?
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क्या भाजपा नेताओं के बच्चे बॉर्डर पर लड़ने गए?
उन्होंने कहा, अगर ऐसा नहीं है तो फिर केवल भाजपा को इसका श्रेय क्यों?
विवाद के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया
रामगोपाल यादव की टिप्पणी को लेकर भाजपा और अन्य दलों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। कई लोगों ने इसे भारतीय सशस्त्र बल की एकता और अनुशासन के खिलाफ बताया है, जबकि कुछ ने PDA का समर्थन करते हुए इसे "सामाजिक न्याय की आवाज़" बताया।
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