कासगंज में भैंस चोरी का पर्दाफाश, चार शातिर चोर गिरफ्तार, नकदी और मवेशी बरामद
कासगंज के फतेहगढ़ क्षेत्र में हुई भैंस चोरी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस अधीक्षक आरती सिंह के निर्देशन में कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक भैंस, एक पड़िया और ₹21,100 नगद बरामद किए। यह गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर की गई। आरोपियों पर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने सभी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

INDC Network : कासगंज, उत्तर प्रदेश : आम के बाग से चोरी हुई भैंसें, ग्रामीणों में मची थी दहशत
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मछली टोला निवासी सोनू पुत्र ओम सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी कि वह अपनी 10 भैंसों और 2 पड़ियों को गंगा कटरी में चरने के लिए लेकर गया था। उसी दौरान अज्ञात चोरों ने एक भैंस और एक पड़िया चोरी कर ली। घटना से ग्रामीणों में डर का माहौल था।

पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में त्वरित कार्रवाई
इस घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। क्षेत्राधिकारी नगर ऐश्वर्या उपाध्याय के नेतृत्व में कोतवाली फतेहगढ़ की टीम ने मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
पकड़े गए शातिर चोरों की जानकारी
क्रम | अभियुक्त का नाम | पता | आपराधिक इतिहास |
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1 | शैलेन्द्र उर्फ चेता | कुण्डपुरा, थाना कमालगंज, फतेहगढ़ | 4 मामले |
2 | पाल सिंह उर्फ नीतू उर्फ करिया | गुसाईदासपुर, थाना कन्नौज | 1 मामला |
3 | संजय उर्फ बउआ | मियागंज, थाना कन्नौज | 1 मामला |
4 | संदीप | मियागंज, थाना कन्नौज | 1 मामला |
बरामदगी का विवरण
क्रम | बरामद वस्तु | विवरण |
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1 | भैंस | चोरी की गई भैंस |
2 | पड़िया | चोरी की गई पड़िया |
3 | नगदी | ₹21,100 |
अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास का संक्षिप्त विवरण
शैलेन्द्र उर्फ चेता के खिलाफ पहले से दर्ज मामले:
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मुअसं 134/2025 (फतेहगढ़)
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मुअसं 76/2024 (आर्म्स एक्ट, कमालगंज)
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मुअसं 171/24, 215/24 (कमालगंज)
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मुअसं 257/16 (IPC की कई धाराएं)
पाल सिंह, संजय और संदीप पर भी मुअसं 134/2025 के अंतर्गत मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम
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उ0नि0 रक्षा सिंह
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हे0का0 रजनी
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का0 सोनवीर
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का0 सचिन कुमार
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का0 राजेन्द्र कुमार
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का0 सतेंद्र कुमार
ग्रामीणों ने पुलिस की प्रशंसा की
ग्रामीणों ने इस तेज़ कार्रवाई और बरामदगी के लिए पुलिस प्रशासन की जमकर तारीफ की। उनका कहना है कि इस प्रकार की त्वरित कार्रवाई अपराधियों के मनोबल को तोड़ती है और आम जनता में सुरक्षा की भावना पैदा करती है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि जब प्रशासनिक इच्छाशक्ति और पुलिस की तत्परता साथ हो, तो अपराधी ज्यादा देर तक कानून से नहीं बच सकते। कासगंज पुलिस का यह कदम अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा है।
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