सीतापुर न्यूज़ - तेज रफ्तार ट्रक ने रौंदा, सड़क पर खत्म हुआ एक गरीब पिता का आखिरी सफर
सीतापुर के बिसवां इलाके में एक दर्दनाक सड़क हादसे में ठेलिया चलाने वाले मजदूर मुनव्वर की मौत हो गई। तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से ठेलिया में टक्कर मारी, जिससे मुनव्वर सड़क पर गिर पड़ा और ट्रक का पहिया उसके ऊपर से गुजर गया। वह परिवार का इकलौता सहारा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और ट्रक को जब्त कर जांच शुरू की है।

INDC Network : सीतापुर, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में रविवार दोपहर एक ऐसा सड़क हादसा हुआ जिसने एक गरीब मजदूर परिवार की कमर तोड़ दी। बिसवां कोतवाली क्षेत्र के मास्टर कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय मुनव्वर पुत्र शकील की उस वक्त मौत हो गई, जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे पीछे से कुचल दिया। मुनव्वर पेशे से ठेलिया चालक था और उसी के सहारे अपने तीन छोटे बच्चों और पत्नी का भरण-पोषण करता था।
हादसा पोस्टर चौराहे के पास हुआ
घटना उस वक्त हुई जब मुनव्वर अपने दो साथियों—मनीष पुत्र स्वर्गीय मुरली और इकरार पुत्र इसरार—के साथ सीतापुर रोड से बड़े चौराहे की ओर ठेलिया लेकर जा रहा था। जैसे ही वे पोस्टर चौराहे के पास पहुंचे, एक तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से आकर ठेलिया में टक्कर मार दी। मुनव्वर सड़क पर गिर गया और तभी ट्रक का पिछला पहिया उसके ऊपर से गुजर गया। घटना इतनी भयावह थी कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

परिवार का इकलौता सहारा नहीं रहा
परिजनों का कहना है कि मुनव्वर ही परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। वह दिन-रात ठेलिया चलाकर कमाई करता था ताकि अपने तीन छोटे बच्चों, जिनमें एक बेटा और दो बेटियां शामिल हैं, का पालन-पोषण कर सके। सभी बच्चों की उम्र पांच साल से भी कम है। हादसे ने एक बेकसूर मजदूर के सपनों और उसके मासूम बच्चों की उम्मीदों को कुचल दिया।
मौके पर पहुंची पुलिस, ट्रक जब्त
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाया और पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। साथ ही हादसे में शामिल ट्रक को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने चालक की तलाश शुरू कर दी है और मामले की जांच-पड़ताल जारी है।
स्थानीय लोगों की भावनात्मक मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। लोगों ने मांग की है कि ट्रक चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। लोगों का कहना है कि एक गरीब मजदूर, जो ईमानदारी से मेहनत करके परिवार चला रहा था, उसकी ऐसी दर्दनाक मौत के बाद सरकार को परिवार के भविष्य की चिंता करनी चाहिए।
सड़क हादसों पर लगाम जरूरी
यह हादसा न केवल एक परिवार की त्रासदी है बल्कि यह सवाल उठाता है कि तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग पर किस हद तक नियंत्रण है। सीतापुर जैसे जिलों में सड़क सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। यह घटना सरकार और प्रशासन दोनों को चेतावनी देती है कि सड़क पर मेहनत करने वाले गरीबों की सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है जितनी किसी वीआईपी की।
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