पाकिस्तान के ड्रोन हमलों की कब्र बना भारत का डी4 सिस्टम – जानिए कैसे?

पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमा पर किए जा रहे ड्रोन हमलों के जवाब में डीआरडीओ का विकसित किया गया 'ड्रोन डिटेक्ट, डिटर एंड डेस्ट्रॉय' (D4) सिस्टम एक अदृश्य लेकिन बेहद प्रभावी हथियार बनकर उभरा है। यह स्वदेशी प्रणाली ड्रोन को पहचानने, रोकने और नष्ट करने की क्षमता रखती है और अब तीनों सेनाओं में सफलतापूर्वक शामिल की जा चुकी है। यह प्रणाली भारत की रक्षा रणनीति को एक नई ऊंचाई पर ले जाती है।

May 10, 2025 - 17:31
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पाकिस्तान के ड्रोन हमलों की कब्र बना भारत का डी4 सिस्टम – जानिए कैसे?

INDC Network : देश-विदेश : भारत का अदृश्य कवच: डी4 सिस्टम की विशेषताएं

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डीआरडीओ द्वारा विकसित D4 प्रणाली को देश की चार प्रमुख लैब्स ने मिलकर तैयार किया है, जिसमें रडार, रेडियो फ्रीक्वेंसी, ऑप्टिकल पहचान और उच्च ऊर्जा लेज़र तकनीक शामिल हैं। इसका उद्देश्य पाकिस्तान जैसे शत्रु देश द्वारा भेजे गए ड्रोन हमलों को रोकना और नष्ट करना है।

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डी4 कैसे करता है काम?

प्रक्रिया तकनीक विवरण
पहचान रडार, RF डिटेक्शन, EO सिस्टम ड्रोन को हवा में पहचानना
सॉफ्ट किल RF जैमिंग, GPS स्पूफिंग ड्रोन को भ्रमित करके नियंत्रण खत्म करना
हार्ड किल लेज़र हथियार ड्रोन को हवा में ही भस्म करना
नियंत्रण कमांड एंड कंट्रोल सेंटर वाहन या स्थायी यूनिट से संचालित

डी4 बनाम पाकिस्तान: युद्ध की नई परिभाषा

पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे तुर्की ड्रोनों जैसे Bayraktar TB2 को भारत की इस प्रणाली ने बार-बार निष्क्रिय किया है। पाकिस्तान का उद्देश्य भारत की वायु सुरक्षा क्षमताओं को परखना था, लेकिन डी4 प्रणाली ने उसका हर प्रयास नाकाम कर दिया।

रक्षा प्रमुख की चेतावनी

जनरल अनिल चौहान ने चेताया कि ड्रोन जैसे अनमैन्ड सिस्टम आधुनिक युद्ध की दिशा बदल रहे हैं। डी4 प्रणाली इस खतरे के लिए भारत का जवाब है – सस्ता, बार-बार प्रयोग करने योग्य और सटीक।


किसने किया विकास?

डीआरडीओ की चार प्रमुख प्रयोगशालाओं ने डी4 प्रणाली के विकास में योगदान दिया:

प्रयोगशाला स्थान योगदान
LRDE बेंगलुरु रडार तकनीक
DLRL हैदराबाद रेडियो फ्रीक्वेंसी जैमिंग
CHESS हैदराबाद उच्च ऊर्जा लेज़र हथियार
IRDE देहरादून इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सिस्टम

डी4 की तैनाती और निर्माण

  • वाहन-माउंटेड और स्थैतिक दोनों रूपों में उपलब्ध

  • 360 डिग्री कवरेज, छोटे ड्रोन भी निष्क्रिय करने में सक्षम

  • BEL और कई भारतीय कंपनियों द्वारा निर्माण

  • मेक इन इंडिया अभियान के तहत स्वदेशी उत्पादन

  • रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा स्वीकार

  • अन्य देशों को भी प्रणाली का प्रदर्शन किया गया


डी4: भारत की नई सुरक्षा दीवार

D4 प्रणाली ने ना सिर्फ भारत के सैन्य ठिकानों की सुरक्षा की है, बल्कि इसे गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय आयोजनों में भी सुरक्षा के लिए प्रयोग किया गया है। यह प्रणाली भविष्य के युद्ध की तैयारी का प्रतीक है।


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Arpit Shakya नमस्कार! मैं अर्पित शाक्य, INDC Network का मुख्य संपादक हूँ। मेरा उद्देश्य सूचनाओं को जिम्मेदारी और निष्पक्षता के साथ आप तक पहुँचाना है। INDC Network पर मैं स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खबरों को आपकी भाषा में सरल, तथ्यपरक और विश्वसनीय रूप में प्रस्तुत करता/करती हूँ। पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरा विश्वास है कि हर खबर का सच सामने आना चाहिए, और यही सोच मुझे जनहित से जुड़ी खबरों की तह तक जाने के लिए प्रेरित करती है। चाहे वह गाँव की आवाज़ हो या देश की बड़ी हलचल – मेरा प्रयास रहता है कि आपके सवालों को मंच मिले और जवाब मिलें। मैंने INDC Network को एक ऐसे डिजिटल मंच के रूप में तैयार किया है, जहाँ लोकल मुद्दों से लेकर ग्लोबल घटनाओं तक हर आवाज़ को जगह मिलती है। यहाँ मेरी प्रोफ़ाइल के माध्यम से आप मेरे द्वारा लिखे गए समाचार, लेख, इंटरव्यू और रिपोर्ट्स पढ़ सकते हैं।