24 घंटे में 14 हत्याएं! यूपी में दहशत, स्वामी प्रसाद मौर्य - AAP का योगी सरकार पर हमला
उत्तर प्रदेश में 24 घंटे के भीतर हुई 14 हत्याओं ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। राजधानी लखनऊ से लेकर बाराबंकी तक अपराधों की झड़ी लग गई है। आम आदमी पार्टी और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कानून-व्यवस्था को पूरी तरह फेल बताया है। मौर्य ने आरोप लगाया कि सीएम योगी के सजातीय गुंडों को संरक्षण मिल रहा है। वहीं, आप ने विशेष सत्र बुलाने और अपराधियों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।

INDC Network : उत्तर प्रदेश : लखनऊ से बाराबंकी तक खौफ का मंजर, कानून व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान घटित आपराधिक घटनाओं ने राज्य की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। राजधानी लखनऊ से लेकर बाराबंकी और अन्य जिलों तक एक के बाद एक हत्या की वारदातों ने आम जनता में भय और आक्रोश भर दिया है।

रविवार को लखनऊ में एक युवक को दिनदहाड़े दौड़ा कर गोली मार दी गई। वहीं बाराबंकी में बम से शैलेन्द्र मौर्य की हत्या कर दी गई। इन घटनाओं ने न केवल पुलिस प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि विपक्षी दलों को भी राज्य सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य का आरोप - सजातीय गुंडों को संरक्षण दे रही सरकार
पूर्व कैबिनेट मंत्री और अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने बाराबंकी पहुंचकर शैलेन्द्र मौर्य के परिजनों से मुलाकात की और शोक संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “24 घंटे में 13 हत्याएं यह साबित करती हैं कि अब अपराधी बेखौफ हो चुके हैं। योगी सरकार इन गुंडे-माफिया के आगे घुटने टेक चुकी है। मुख्यमंत्री की बिरादरी के अपराधियों को सत्ता में सम्मान मिल रहा है।”
‘गैंग्स ऑफ लखनऊ’ का आरोप - आप प्रवक्ता ने किया तंज
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने कहा कि “योगी सरकार में अब कानून का राज नहीं, कातिलों का राज चल रहा है। राजधानी लखनऊ अब नवाबी तहजीब के लिए नहीं, फायरिंग के लिए जानी जाती है। कभी कचहरी, कभी कॉलोनी, हर जगह गोलियां चल रही हैं और अपराधी स्कॉर्पियो में फरार हो जाते हैं।”
उन्होंने सरकार के जीरो टॉलरेंस मॉडल को दिखावा बताते हुए कहा कि “असल में ज़मीन पर गैंग्स ऑफ लखनऊ चल रहा है।”
आप की चार मांगें: विशेष सत्र से लेकर पीड़ितों को सहायता तक
आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार से चार प्रमुख मांगें की हैं:
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विशेष सत्र बुलाकर कानून-व्यवस्था की समीक्षा की जाए।
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हर जिले में कानून-व्यवस्था की त्वरित समीक्षा हो।
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पीड़ित परिवारों को न्याय और आर्थिक सहायता दी जाए।
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पुलिस बल में राजनीतिक हस्तक्षेप को रोका जाए और निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित हो।
प्रदेशभर में डर का माहौल, जनता में उबाल
इन घटनाओं के बाद आम जनता में असुरक्षा का माहौल है। नागरिकों का कहना है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे दिनदहाड़े हत्या करके फरार हो जाते हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है, और पुलिस की उपस्थिति केवल कागजों पर है।
योगी सरकार की चुप्पी पर विपक्ष का तंज
प्रवक्ता वंशराज दुबे ने कहा, “सीएम योगी दावा करते हैं कि अपराधी या तो जेल में हैं या प्रदेश छोड़ चुके हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अब आम जनता ठोक दो मॉडल की शिकार हो रही है। अब जनता जाग चुकी है। हम हर गली, गांव और शहर में सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे।”
यूपी की कानून व्यवस्था पर मंथन जरूरी
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर उठते सवाल अब केवल विपक्षी हमले नहीं रह गए हैं, बल्कि ये आम जनता की पीड़ा बन चुकी है। 24 घंटे में 14 हत्याएं इस बात का संकेत हैं कि कहीं न कहीं प्रशासनिक और सुरक्षा तंत्र में गंभीर खामी है। यदि राज्य सरकार अब भी इस पर गंभीरता से कदम नहीं उठाती, तो राजनीतिक और सामाजिक असंतोष और अधिक गहराने की संभावना है।
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