औरैया न्यूज़ - ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी करने वाले सपा नेता को पुलिस ने में पकड़ा
औरैया में फेसबुक पर ब्राह्मण समाज के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते सपा नेता गौरव रघुवंशी को पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में गिरफ्तार किया। मामला ब्राह्मण महासभा की शिकायत पर दर्ज किया गया था। नेता को बाद में न्यायालय से पांच लाख के मुचलके पर रिहा कर दिया गया। पुलिस ने जांच के बाद बीएनएस की धाराओं में केस दर्ज किया है।

INDC Network : औरैया,उत्तर प्रदेश : फेसबुक विवाद: औरैया में सपा नेता गौरव रघुवंशी गिरफ्तार, जातिगत टिप्पणी का आरोप
सामाजिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाले एक फेसबुक पोस्ट विवाद में सपा नेता गौरव रघुवंशी को पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी ब्राह्मण समाज के प्रति की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में की गई।

ब्राह्मण महासभा की शिकायत पर हुई कार्रवाई
घटना की जानकारी तब सामने आई जब ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नीरज चौधरी के नेतृत्व में कुनाल तिवारी, अन्नू त्रिवेदी, दीपू तिवारी, गोविंद दुबे, आदेश त्रिपाठी, शिव मिश्रा, योगेंद्र तिवारी, अवधेश दुबे, श्रीओम अग्निहोत्री, मोहित पाठक और राजदीप तिवारी सहित करीब 50 लोगों ने कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
इनका आरोप था कि सपा नेता गौरव रघुवंशी के फेसबुक अकाउंट से ब्राह्मण समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है, जो समाज में वैमनस्य फैला सकती है।
पुलिस की कार्रवाई: चार दिन बाद हुई गिरफ्तारी
विवरण | जानकारी |
---|---|
आरोपी का नाम | गौरव रघुवंशी |
राजनीतिक पहचान | समाजवादी पार्टी नेता |
आरोप | फेसबुक पर जातिगत टिप्पणी |
गिरफ्तारी की वजह | शांतिभंग की आशंका |
गिरफ्तारी की तिथि | शिकायत के चार दिन बाद |
मुचलका राशि | ₹5,00,000 |
रिहाई की स्थिति | न्यायालय से रिहा |
शिकायतकर्ता संगठन | ब्राह्मण महासभा |
प्रमुख शिकायतकर्ता | नीरज चौधरी, कुनाल तिवारी, आदि |
पुलिस अधिकारी का बयान | रवि श्रीवास्तव (कोतवाली प्रभारी) |
क्या था फेसबुक पोस्ट में?
हालांकि पुलिस द्वारा विवादित पोस्ट का विश्लेषण जारी है, परंतु प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि पोस्ट में ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक और उकसावे वाले शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने इसे बीएनएस की धाराओं के तहत दंडनीय माना और मामला दर्ज किया।
गौरव रघुवंशी ने रखा अपना पक्ष
गिरफ्तारी के दौरान सपा नेता गौरव रघुवंशी ने पुलिस के सामने अपना पक्ष भी रखा और कहा कि उनकी पोस्ट को गलत संदर्भ में लिया गया है। उन्होंने न्यायालय से रिहाई के लिए ₹5 लाख का मुचलका जमा किया, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
कोतवाली प्रभारी का बयान
कोतवाली प्रभारी रवि श्रीवास्तव ने बताया कि प्राप्त शिकायती पत्र की जांच के बाद फेसबुक पोस्ट में जाति विशेष को लेकर टिप्पणी पाई गई, जो कि शांति भंग कर सकती थी। इसी कारण कार्रवाई की गई और रिपोर्ट बीएनएस की धाराओं में दर्ज की गई।
समाज में उबाल, पुलिस सतर्क
यह मामला समाज के अंदर सामाजिक समरसता को प्रभावित करने वाला माना जा रहा है। हालांकि वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है, लेकिन प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए निगरानी बढ़ा दी है।
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