ऑपरेशन सिंदूर के बाद बड़ा धमाका: असीम मुनीर को मिला फील्ड मार्शल का ताज!
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को देश के सबसे ऊंचे सैन्य पद फील्ड मार्शल के रूप में पदोन्नत किया गया है। यह फैसला ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक संघर्ष के कुछ ही दिन बाद आया है। मुनीर इस पद को पाने वाले पाकिस्तान के दूसरे अधिकारी बने हैं, जबकि एयर चीफ ज़हीर अहमद बाबर सिद्दू का कार्यकाल भी बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय न केवल पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को दर्शाता है बल्कि राजनीतिक और रणनीतिक समीकरणों में भारी बदलाव का संकेत भी देता है।

INDC Network : पाकिस्तान : पाकिस्तान में फील्ड मार्शल की दूसरी ताजपोशी!
असीम मुनीर को मिली ऐतिहासिक पदोन्नति
पाकिस्तान सरकार ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल सैयद असीम मुनीर को देश के सर्वोच्च सैन्य पद फील्ड मार्शल के रूप में पदोन्नत किया है। यह निर्णय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।

पाकिस्तान के इतिहास में यह दूसरी बार है जब किसी सैन्य अधिकारी को यह रैंक मिला है। पहली बार यह रैंक जनरल अयूब खान को 1959 में मिला था।
क्यों दी गई पदोन्नति?
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि असीम मुनीर की यह पदोन्नति उनकी “साहसी नेतृत्व क्षमता और रणनीतिक सैन्य समन्वय” को मान्यता देने के लिए की गई है।
शामिल प्रमुख ऑपरेशन्स:
ऑपरेशन का नाम | विवरण |
---|---|
मार्का-ए-हक | भारत-पाक संघर्ष के दौरान प्रमुख ऑपरेशन |
ऑपरेशन बुनयानुम मर्सूस | भारतीय हमलों के जवाब में बड़ा सैन्य एक्शन |
ऑपरेशन सिंदूर के बाद लिया गया निर्णय
7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। 10 मई को संघर्ष विराम की घोषणा के बाद, पाकिस्तान ने फौरन अपने सैन्य नेतृत्व को सम्मानित किया।
एयर चीफ ज़हीर अहमद बाबर का कार्यकाल बढ़ा
इस निर्णय के साथ, पाकिस्तान सरकार ने एयर चीफ मार्शल ज़हीर अहमद बाबर सिद्दू के कार्यकाल को भी विस्तारित कर दिया है, जो संघर्ष के दौरान वायुसेना की रणनीति में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
राष्ट्रपति और सेना का समर्थन
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने असीम मुनीर की पदोन्नति का समर्थन करते हुए कहा:
"जनरल असीम मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तान की सेना ने देश की रक्षा की है।"
असीम मुनीर की प्रतिक्रिया
ISPR के माध्यम से जारी बयान में असीम मुनीर ने कहा:
"यह सम्मान पूरे देश, पाकिस्तान की सेना, और विशेष रूप से हमारे शहीदों और पूर्व सैनिकों को समर्पित है।"
असीम मुनीर का प्रोफाइल
क्षेत्र | विवरण |
---|---|
विशेष योग्यता | ISI और मिलिट्री इंटेलिजेंस दोनों के प्रमुख रहे |
शिक्षा | जापान, मलेशिया और पाकिस्तान से सैन्य शिक्षा |
धार्मिक पहचान | पहले हाफिज-ए-कुरान सेना प्रमुख |
डिग्री | MPhil इन स्ट्रैटेजिक सिक्योरिटी |
सैन्य रुख | धार्मिक राष्ट्रवाद, कश्मीर को "शरीर की शिरा" कहा |
राजनीतिक ताकत में इज़ाफा
असीम मुनीर की पदोन्नति सैन्य और राजनीतिक संतुलन में बड़े बदलाव का संकेत देती है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सिविलियनों की मिलिट्री कोर्ट में ट्रायल की मंज़ूरी ने सेना को और सशक्त बना दिया है।
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