शामली न्यूज़ - शामली में खाद संकट से नाराज़ किसानों ने समिति पर बोला हल्ला, दिया आंदोलन का अल्टीमेटम
शामली में किसानों को समितियों से खाद न मिलने से नाराज़ भाकियू कार्यकर्ताओं ने गन्ना समिति कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन और धरना दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि खाद की किल्लत के कारण उन्हें महंगे दामों पर नकली खाद खरीदनी पड़ रही है। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे में खाद उपलब्ध नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। एआर कोऑपरेटिव शुभम मलिक और सचिव को मौके पर बुलाकर ज्ञापन भी सौंपा गया।

INDC Network : शामली, उत्तर प्रदेश : शामली में खाद की किल्लत से किसानों में उबाल, समिति कार्यालय पर जमकर हंगामा जिले में खेतीबाड़ी के मौसम में खाद की भारी कमी को लेकर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और किसानों ने गन्ना समिति कार्यालय शामली पर जोरदार प्रदर्शन किया।
धान की रोपाई और गन्ने की बुवाई के समय पर खाद न मिलने से आक्रोशित किसानों ने समिति पर धरना देकर अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की।
नकली और महंगी खाद खरीदने को मजबूर किसान
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भाकियू जिलाध्यक्ष शांता प्रधान और प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल खाटियान ने कहा कि समितियों पर खाद की अनुपलब्धता से किसान बाजार में नकली और ऊँचे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय पर खाद उपलब्ध न कराई गई, तो भाकियू बड़ा आंदोलन छेड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

ज्ञापन सौंपा गया, 24 घंटे का अल्टीमेटम
किसानों ने धरनास्थल पर एआर कोऑपरेटिव शुभम मलिक को बुलवाकर ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों से खाद की रैक आ चुकी है और 24 घंटे में खाद वितरण समितियों तक पहुंच जाएगी।
फिर भी यदि देरी होती है तो किसान उग्र रूप ले सकते हैं।
समितियों पर देरी से खुलने का आरोप
किसानों ने समितियों के समय पर न खुलने को लेकर भी नाराजगी जताई।
कई स्थानों पर समितियों के दरवाजे दोपहर तक नहीं खुलते, जिससे किसानों को लंबी लाइनें लगाकर इंतजार करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।
ऋण पर खाद नहीं मिलने से परेशान किसान
धरनास्थल पर मौजूद किसानों ने बताया कि ऊन समिति की ओर से ऋण पर खाद उपलब्ध नहीं कराई जा रही, जिससे बहुत से गरीब किसान खाद नहीं ले पा रहे।
इसकी वजह से फसल का समय बर्बाद हो रहा है।
उन्होंने ऋण पर खाद उपलब्ध कराने की मांग को प्रमुखता से उठाया।
गन्ना समिति सचिव को भी सौंपा गया ज्ञापन
किसानों ने शामली गन्ना समिति के सचिव को भी मौके पर बुलवाया और सभी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि समिति किसानों की मूलभूत आवश्यकता – खाद तक समय पर नहीं पहुंचा पा रही है, जिससे खेत खाली पड़े हैं और उत्पादन पर असर पड़ रहा है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख किसान नेता और कार्यकर्ता
धरने में बड़ी संख्या में किसान जुटे, जिनमें राजेश प्रधान, मोहित शर्मा, ब्रह्मपाल, कुलदीप पंवार, देवराज पहलवान, गय्यूर हसन, आशीष चौधरी, पुष्कर सिंह सैनी, मास्टर जाहिद हसन, पप्पू पंवार, सुधीर गोहरनी, दीपक शर्मा, सद्दाम भट्टू, अमरीश मलिक, मुकम्मल पहलवान, अमजद अली, असजद तोमर, संजीव राठी और इमरान राणा जैसे प्रमुख नाम शामिल रहे।
प्रशासन के खिलाफ बढ़ता गुस्सा
धरने के दौरान किसानों ने प्रशासन पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि खाद जैसी बुनियादी चीज पर लापरवाही इस बात का संकेत है कि प्रशासनिक तंत्र किसानों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील नहीं है।
उन्होंने डीसीओ रणजीत सिंह कुशवाहा को मौके पर बुलाने की मांग की, लेकिन वह नहीं पहुंचे।
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