लखीमपुर खीरी न्यूज़ - लखीमपुर में ओवरस्पीडिंग पर चलेगा बड़ा ऑपरेशन, डीएम-एसपी ने दिए सख्त निर्देश
लखीमपुर खीरी में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने और ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प शर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की अहम बैठक हुई। बैठक में सीटबेल्ट, हेलमेट, ओवरस्पीडिंग और अतिक्रमण जैसे प्रमुख मुद्दों पर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। राष्ट्रीय राजमार्गों पर अवैध रूप से फिर से खोले गए कटों पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। स्कूली वाहनों की निगरानी, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान, साइनेज व्यवस्था, सड़क मरम्मत और अतिक्रमण हटाने जैसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इसके साथ ही ‘गुड समेरिटन लॉ’ के प्रचार को प्राथमिकता देने की बात कही गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए और रोड सेफ्टी से जुड़े अहम निर्णय लिए गए।

INDC Network : लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश : लखीमपुर खीरी जनपद में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल और पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने यातायात सुधार और सड़क सुरक्षा को लेकर कई अहम निर्देश जारी किए। इस बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार यादव और एआरटीओ अखिलेश कुमार द्विवेदी ने संयोजन और संचालन किया।
बैठक का माहौल गंभीर था, क्योंकि चर्चा का केंद्र सड़क हादसों की भयावहता और आमजन की सुरक्षा थी। डीएम ने कहा कि ओवरस्पीडिंग, सीटबेल्ट और हेलमेट नियमों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों पर विशेष अभियान चलाकर चालान और कड़ी कार्रवाई की जाए।

अवैध कट और अतिक्रमण पर प्रशासन का एक्शन मोड
बैठक में एआरटीओ ने जिले में अब तक हुए प्रवर्तन कार्यों और चालान प्रगति की रिपोर्ट पेश की। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर बंद किए गए अवैध कटों को पुनः खोलने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, "ऐसी लापरवाही किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है।" इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों में स्थायी और अस्थायी अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया गया।
स्कूली वाहनों पर नज़र, गैर-मानक वाहन रहेंगे निशाने पर
बैठक में स्कूली वाहनों की सुरक्षा पर विशेष बल दिया गया। डीएम ने कहा कि सभी स्कूल वाहनों को मानकों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा, और गैर-मानक वाहनों को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए। इसके लिए परिवहन विभाग को संयुक्त निरीक्षण अभियान चलाने को कहा गया है।
दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान और साइनेज व्यवस्था
सड़क सुरक्षा के संदर्भ में ब्लाइंड स्पॉट्स और घुमावदार रास्तों की चर्चा करते हुए निर्देश दिया गया कि इन स्थलों पर कम से कम 100 मीटर पहले साइनेज लगाए जाएं, जिससे चालक सतर्क हो सकें। इसके अलावा, सड़कों की गड्ढामुक्ति, जर्जर पुलों की मरम्मत, और तटबंध मार्गों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश जारी हुए।
जन-जागरूकता और ‘गुड समेरिटन लॉ’ पर जोर
बैठक में एक अहम मुद्दा रहा – ‘गुड समेरिटन लॉ’। डीएम और एसपी ने कहा कि इस कानून की जानकारी आम नागरिकों तक पहुँचे, इसके लिए जागरूकता कार्यक्रमों को गाँव-गाँव, स्कूल-कॉलेज और शहरी क्षेत्र में चलाया जाए।
योजनाएं और सुझाव: रोड साइड सुधार से लेकर चीनी मिलों तक
बैठक में चीनी मिल क्षेत्रों में वाहन प्रबंधन योजना बनाने और रोड साइड सुधार कार्यों को गति देने पर सहमति बनी। सड़कों के किनारे बनी अव्यवस्थित पार्किंग और ट्रैफिक को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की गई।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक कुमार, एआरटीओ अखिलेश कुमार द्विवेदी, एआरएम रोडवेज लखीमपुर/गोला, जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) समेत जिला सड़क सुरक्षा समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए।
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