हापुड़ न्यूज़ - 540 खंभे उखड़े, बिजलीघरों से गांव अंधेरे में, पेड़-टावर गिरे, आपदा जैसे हालात
हापुड़ जिले में बुधवार रात आए तूफान और भारी बारिश ने तबाही मचा दी। 540 से अधिक बिजली के खंभे उखड़ गए, जिससे 51 बिजलीघरों से जुड़े 273 गांवों और कई शहरी इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी रात ठप रही। पिलखुवा, हापुड़ और गढ़ क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। दर्जनों स्थानों पर पेड़ और टावर गिरने से रास्ते भी बंद हो गए। तूफान से आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है और सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गए। हजारों शिकायतें दर्ज होने के बावजूद बिजली बहाली में देरी से लोगों में रोष है।

INDC Network : हापुड़, उत्तर प्रदेश :बुधवार रात लगभग आठ बजे तेज रफ्तार तूफान ने जिले में दस्तक दी, जिसके कुछ ही देर बाद मूसलधार बारिश शुरू हो गई। इस कुदरती कहर ने जिले की बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से चरमरा कर रख दिया। पिलखुवा डिवीजन में सबसे अधिक 400 खंभे उखड़ गए, वहीं हापुड़ में 100 और गढ़ क्षेत्र में लगभग 40 खंभे जमींदोज हो गए।
273 गांव और शहर अंधेरे में डूबे, ट्रांसफार्मर भी गिरे

तूफान के कारण 51 बिजलीघरों से जुड़े 273 गांवों और कई शहरी क्षेत्रों की आपूर्ति रातभर ठप रही। कई इलाकों में ट्रांसफार्मर तक सड़क पर आ गिरे, जिससे विद्युत तार और अन्य उपकरणों को भारी नुकसान हुआ।
आपूर्ति रही ठप, ट्रायल के बाद भी दोपहर तक नहीं लौटी व्यवस्था
शहरी इलाकों में तड़के ट्रायल के प्रयास हुए लेकिन अधिकांश जगहों पर बिजली सुबह 9 से 10 बजे के बीच ही बहाल हो सकी। दोपहर तक भी हालात सामान्य नहीं हो सके थे, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इन इलाकों में बिजली संकट सबसे ज्यादा
मोदीनगर रोड, धीरखेड़ा, पटना मुरादपुर, आनंद विहार, बहादुरगढ़, सिंभावली, गढ़, पिलखुवा, धौलाना, खेड़ा जैसे दर्जनों इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही।
एक हजार से अधिक शिकायतें, अधिकारी भी नदारद
बिजलीघरों पर एक हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं, लेकिन कई अधिकारियों के फोन तक बंद हो गए। उपभोक्ताओं में नाराजगी का माहौल रहा।
सड़कों पर गिरे पेड़ और टावर, ट्रैफिक जाम
गढ़ रोड पर नवीन कृषि मंडी में पेड़ ट्रैक्टर पर गिरा, मोदीनगर रोड पर टावर सड़क पर आ गिरा। रेलवे पार्क, मेरठ रोड, आवास विकास कॉलोनी जैसी जगहों पर रास्ते बंद हो गए, जिससे यातायात पूरी तरह प्रभावित हुआ।
किसानों की कमर टूटी, आम की फसल को भारी नुकसान
तूफान ने किसानों की कमर तोड़ दी है। आम की लगभग 40% फसल झड़ गई है। बरसात के चलते मंडी में सब्जियों की कीमतें भी दोगुनी हो गईं। टमाटर की कैरेट 250 रुपये तक बिकने लगी, जो पहले 120 रुपये थी।
तूफान और बारिश के इस कहर ने हापुड़ जिले में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बिजली संकट, आवागमन में बाधा और कृषि क्षति ने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
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