सुल्तानपुर न्यूज़ - सुल्तानपुर के केएनआईटी में धमाका, वार्डन कक्ष के बाहर पटाखा या बम हमला?
कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान, सुल्तानपुर में मंगलवार देर रात विक्रम साराभाई छात्रावास के वार्डन कक्ष में जोरदार धमाका हुआ, जिससे खिड़की के शीशे टूट गए। वार्डन ने बम हमले की आशंका जताई, लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि कुछ छात्रों ने शरारत में पटाखा फोड़ा था। संस्थान प्रशासन ने पांच सदस्यीय जांच समिति बनाकर चार घंटे में रिपोर्ट पेश की और छात्रों को चेतावनी दी। इससे पहले भी छात्र गुटों की मारपीट में तीन छात्रों पर कार्रवाई हो चुकी है।

INDC Metwork : सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश : सुल्तानपुर के प्रतिष्ठित कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान (KNIT) में मंगलवार देर रात एक रहस्यमयी धमाके ने अफरा-तफरी मचा दी। यह घटना विक्रम साराभाई छात्रावास के वार्डन कक्ष में उस समय घटी, जब वार्डन डॉ. आरुणी सिंह अपने कमरे में कार्यरत थे। जैसे ही उन्होंने बाथरूम की लाइट ऑन की, उनके कक्ष की खिड़की के पास तेज धमाका हुआ, जिससे खिड़की का शीशा टूट गया और पर्दा फट गया।
डॉ. सिंह ने तत्काल बम हमले की आशंका जाहिर की, जिससे परिसर में हड़कंप मच गया और सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे। उन्होंने संदेह जताया कि प्रथम और द्वितीय वर्ष के बीटेक के नौ छात्रों ने उन पर हमला किया है।

वार्डन ने जताया छात्रों पर संदेह, दी तहरीर देने की कोशिश
घटना के अगले दिन वार्डन ने संबंधित छात्रों के खिलाफ तहरीर देने की कोशिश की, लेकिन उन्हें समझाकर निदेशक कार्यालय बुला लिया गया। उन्हें आश्वासन दिया गया कि इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह संदेह और गंभीर हो गया जब यह सामने आया कि इससे पहले भी छात्रावास में छात्रों के बीच तनाव और झगड़े की घटनाएं हो चुकी हैं।
चार घंटे में जांच रिपोर्ट: निकला पटाखा, बम नहीं
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए निदेशक प्रो. राजीव उपाध्याय ने तत्काल पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया। टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जांच की और सिर्फ चार घंटे में रिपोर्ट सौंप दी।
रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि किसी शरारती छात्र ने वार्डन की खिड़की के पास पटाखा फोड़ दिया था, जिससे तेज आवाज और शीशे टूटने जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। बम की कोई पुष्टि नहीं हुई। यह जांच राहत की खबर लेकर आई लेकिन छात्रों की अनुशासनहीनता को उजागर भी कर गई।
प्रशासन की चेतावनी: भविष्य में दोहराव पर सख्त कार्रवाई
निदेशक ने सुरक्षा सुपरवाइजर को निर्देशित किया है कि वे हर घंटे छात्रावास का निरीक्षण करें। साथ ही सभी छात्रों को कड़ी चेतावनी दी गई है कि इस प्रकार की शरारतें दोहराई गईं तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कॉलेज प्रबंधन इस घटना को हल्के में नहीं ले रहा, क्योंकि यह किसी बड़ी अनहोनी की आशंका को जन्म दे सकता था।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई: छात्र गुटों में टकराव
यह पहला मौका नहीं है जब केएनआईटी के छात्रावास में अनुशासनहीनता देखी गई हो। इसी माह, 27 अप्रैल को, बीटेक के प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई थी।
प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी पाए गए तीन छात्रों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया और साथ ही चालू परीक्षाओं से डिबार कर दिया गया। इससे स्पष्ट है कि संस्थान अनुशासन के मामलों में सख्ती बरत रहा है।
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