INDC Network : कानपुर, उत्तर प्रदेश : कानपुर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र में रविवार की शाम एक ऐसी घटना घटी, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। साढ़े तीन साल की एक मासूम बच्ची, जो मंदिर में चल रही भागवत कथा सुनकर अपने घर लौट रही थी, एक हैवान की हवस का शिकार बन गई। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब तक मासूम बच्चियां इस तरह की क्रूरता का शिकार बनती रहेंगी?
हैंडपंप पर पानी पीते वक्त हुआ अपहरण
जानकारी के मुताबिक, घटना उस वक्त शुरू हुई जब बच्ची रास्ते में हैंडपंप पर पानी पीने के लिए रुकी। तभी वहां मौजूद आरोपी बीरन ने उसे बहाने से अपने कमरे में ले गया। मासूम को शायद ही अंदाजा था कि उसके साथ क्या होने वाला है। कमरे में ले जाकर बीरन ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे खून से लथपथ हालत में घर के पास छोड़कर फरार हो गया। यह क्रूरता उसकी मासूमियत पर एक ऐसा धब्बा बन गई, जिसे शायद ही कोई भुला सके।
मां की गोद में पहुंची बच्ची, खुला राज
खून से सनी और बदहवास हालत में बच्ची किसी तरह अपने घर पहुंची। उसकी हालत देखकर मां के होश उड़ गए। जब मां ने उससे पूछताछ की, तो मासूम ने रोते हुए सारी आपबीती सुनाई। यह सुनते ही मां का दिल दहल गया और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। बच्ची की हालत देखकर परिवार और पड़ोसियों में गुस्सा और दुख दोनों छा गए। यह घटना एक मां के लिए सबसे बड़ा दर्द बनकर सामने आई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार
पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए मामला दर्ज किया। पुलिस ने पास्को एक्ट (POCSO Act) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। थाना प्रभारी अमान सिंह ने बताया कि बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने तेजी दिखाते हुए आरोपी बीरन को हिरासत में ले लिया। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि जल्द ही आरोपी को जेल भेज दिया जाएगा।
कौन है आरोपी बीरन?
जांच में पता चला कि आरोपी बीरन एक विधुर व्यक्ति है, जिसकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी है। वह अपनी एक बेटी के साथ रहता है। इस जानकारी ने लोगों को और हैरान कर दिया कि एक बेटी का पिता ऐसा घिनौना कृत्य कैसे कर सकता है। स्थानीय लोगों में आरोपी के खिलाफ गुस्सा भड़क उठा है और वे सख्त सजा की मांग कर रहे हैं।
समाज में उठे सवाल : यह घटना एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। मंदिर जैसी पवित्र जगह से लौट रही मासूम के साथ हुई यह वारदात समाज के लिए एक चेतावनी है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से भले ही आरोपी पकड़ा गया, लेकिन क्या यह सजा मासूम के जख्मों को भर पाएगी? यह सवाल हर किसी के मन में कौंध रहा है।