संभल न्यूज़ - परतपुर में जमीन के विवाद पर खूनी संघर्ष, महिलाओं समेत दस लोगों पर केस दर्ज
बदायूं जिले के जुनावई थाना क्षेत्र के परतपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में भयंकर मारपीट हुई। घटना 22 मई को घटी, जिसमें सत्यराम पक्ष के पांच लोग घायल हुए, जिनमें दो को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने बुधवार को थाने में तहरीर देकर महिलाओं समेत दस लोगों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला और घर में घुसकर मारपीट के आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

INDC Network : संभल, उत्तर प्रदेश : ज़मीन विवाद बना खूनी संघर्ष, परतपुर में बलवे और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज
परतपुर गांव में तीन दिन पहले जमीन को लेकर हुआ विवाद अब खूनी संघर्ष और मुकदमेबाज़ी में तब्दील हो गया है। इस झगड़े में एक ही परिवार के पांच लोग घायल हुए और अब दस लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

22 मई की सुबह का तनाव बना खूनी टकराव
परतपुर गांव में 22 मई को लाल बहादुर और सत्यराम पक्ष के बीच जमीन को लेकर बहस शुरू हुई, जो जल्दी ही मारपीट में बदल गई। इस दौरान सत्यराम की ओर से उदयवीर, उनकी पत्नी नारायणी देवी, बेटा रोहित, स्वयं सत्यराम और ममता पत्नी ओमकार बुरी तरह घायल हो गए।
गांववालों के अनुसार, विवाद लंबे समय से चला आ रहा था लेकिन अचानक झगड़े का रूप ले लेगा, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं था।
गंभीर रूप से घायल दो लोगों को किया गया हायर सेंटर रेफर
मारपीट में घायल सभी लोगों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जुनावई लाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद दो लोगों की हालत नाजुक देखकर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, एक महिला और एक पुरुष को सिर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
दर्ज हुआ मुकदमा: नामजद दस आरोपी, महिलाएं भी शामिल
घटना के तीन दिन बाद, बुधवार को सत्यराम पक्ष की ओर से कप्तान सिंह ने थाना जुनावई में लिखित तहरीर दी। इसमें उन्होंने लाल बहादुर, प्रमोद उर्फ प्रदीप कुमार, बृजकिशोर, शिवनारायण, शैलेश कुमारी पत्नी प्रमोद कुमार, सितावश्री पत्नी बृजकिशोर, राम बेटी पत्नी शिवनारायण, रवीना पुत्री लाल बहादुर, सवीना पुत्री लाल बहादुर और नोवेश पुत्र लाल बहादुर के नाम शामिल किए हैं।
इन सभी पर बीएनएस की धाराओं के तहत बलवा, घर में घुसकर मारपीट और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस की सतर्कता: गांव में बढ़ाई गई निगरानी
घटना के बाद पुलिस ने गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और सभी आरोपों की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि अगर अन्य लोग भी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।
पारिवारिक विवाद बना सार्वजनिक संघर्ष
परिवारों के बीच जमीन को लेकर शुरू हुआ विवाद अब सामाजिक तनाव का कारण बनता दिख रहा है। गांव के लोगों में डर है कि अगर पुलिस ने समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं की, तो यह मामला और भी बड़ा रूप ले सकता है।
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