नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के यात्रियों में भगदड़, 18 की मौत, कई घायल

महाकुंभ मेले के लिए प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भयावह भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए। भीड़ प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर अधिक थी, जहां से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनें देरी से चल रही थीं। अत्यधिक टिकट बिक्री और ट्रेनों की रद्दीकरण के कारण स्टेशन पर हालात बिगड़ गए। पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना पर शोक व्यक्त किया और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए।

Feb 16, 2025 - 09:12
Feb 16, 2025 - 09:19
 0
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के यात्रियों में भगदड़, 18 की मौत, कई घायल

INDC Network : नई दिल्ली, भारत : महाकुंभ मेले के लिए प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भयावह भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए। भीड़ प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर अधिक थी, जहां से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनें देरी से चल रही थीं। अत्यधिक टिकट बिक्री और ट्रेनों की रद्दीकरण के कारण स्टेशन पर हालात बिगड़ गए। पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना पर शोक व्यक्त किया और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए।


???? भगदड़ कैसे हुई? हादसे के मुख्य कारण

  • अत्यधिक भीड़: हज़ारों यात्री प्रयागराज जाने के लिए प्लेटफॉर्म पर इकट्ठा हुए थे।
  • ट्रेनों की देरी: प्रयागराज एक्सप्रेस, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी जैसी ट्रेनें देर से चल रही थीं, जिससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ बढ़ती गई
  • अत्यधिक टिकट बिक्री: हर घंटे 1,500 से अधिक सामान्य टिकट बेचे गए, जिससे हालात बेकाबू हो गए।
  • सीढ़ी और एस्केलेटर के पास फंसाव: प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 के बीच एस्केलेटर के पास भीड़ ज्यादा हो गई और भगदड़ मच गई।

???? भगदड़ की मुख्य जानकारी (हादसे से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े)

घटना विवरण
स्थान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15
समय शनिवार रात, 9:55 बजे
मृतकों की संख्या 18 (3 बच्चे शामिल)
घायलों की संख्या 15+
मुख्य कारण ट्रेनों की देरी, अत्यधिक भीड़, टिकटों की अधिक बिक्री
प्रभावित ट्रेनें प्रयागराज एक्सप्रेस, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, भुवनेश्वर राजधानी
सरकारी प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और दिल्ली के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया
समाधान के लिए कदम 4 विशेष ट्रेनें चलाई गईं, उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए

???? हादसे की लाइव रिपोर्ट: चश्मदीदों की जुबानी

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर स्थिति बहुत भयावह थी।

  • एक यात्री ने बताया, "हम लोग सांस नहीं ले पा रहे थे, धक्का-मुक्की में कई लोग गिर गए।"
  • एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, "स्टेशन स्टाफ भीड़ को नियंत्रित करने में पूरी तरह असफल रहा।"

रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "हालात इतनी तेजी से बिगड़े कि हम कुछ भी नहीं कर सके। एस्केलेटर के पास दबाव बढ़ने के कारण भगदड़ और भयंकर हो गई।"


???? रेलवे प्रशासन की लापरवाही, बड़ा सवाल?

यह हादसा रेलवे प्रशासन की बड़ी चूक को दर्शाता है।

  • क्यों नहीं ट्रेनों को समय पर चलाया गया?
  • जब इतनी भीड़ की संभावना थी, तो भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल क्यों नहीं लगाया गया?
  • ड्रोन निगरानी और सीसीटीवी निगरानी क्यों नहीं बढ़ाई गई?

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दिए हैं और चार विशेष ट्रेनें चलाई हैं ताकि स्टेशन पर भीड़ को कम किया जा सके।


???? प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया

पीएम नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया:
"नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रशासन सभी प्रभावितों की सहायता कर रहा है।"

दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री अतिशी ने भी घटना पर दुख जताया और कहा, "यह बहुत ही दर्दनाक घटना है। सरकार घायलों की पूरी मदद करेगी।"


???? क्या इस हादसे से सबक लिया जाएगा?

यह हादसा रेलवे के भीड़ प्रबंधन में कमजोरियों को उजागर करता है। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार और रेलवे प्रशासन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएंगे?

अब देखना यह होगा कि जांच के बाद किसे जिम्मेदार ठहराया जाता है और क्या पीड़ित परिवारों को न्याय मिल पाता है या नहीं?

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Arpit Shakya Hello! My Name is Arpit Shakya from Farrukhabad (Uttar Pradesh), India. I am 18 years old. I have been working for INDC Network news company for the last 3 years. I am the founder and editor in chief of this company.