बहुजन चिंतन शिविर में जयप्रकाश सिंह का बड़ा ऐलान: बसपा को वोट, लेकिन ग़ैर राजनीतिक संगठनों को जोड़ने पर ज़ोर
लखनऊ में आयोजित बहुजन चिंतन शिविर में बसपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ने मिशन 2027 की नींव रखी। शिविर में उन्होंने ग़ैर राजनीतिक संगठनों की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि सामाजिक आधार मजबूत किए बिना राजनीति सफल नहीं हो सकती। दिल्ली में अगला बड़ा आयोजन 5000 बुद्धिजीवियों के साथ करने की घोषणा की गई।

INDC Network : लखनऊ, उत्तर प्रदेश : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और नेशनल कोऑर्डिनेटर जयप्रकाश सिंह ने लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम "मिशन बचाओ-देश बचाओ" के तहत 1000 से अधिक लोगों को संबोधित किया। इस बहुजन चिंतन शिविर में देशभर से बुद्धिजीवी जुटे और बहुजन मूवमेंट की वर्तमान स्थिति और उसके राजनीतिक भविष्य पर गंभीर मंथन हुआ।
मुख्य विषय: "बहुजन मूवमेंट एवं उसका राजनीतिक भविष्य संकट में क्यों?"

जयप्रकाश सिंह का वक्तव्य: जयप्रकाश सिंह ने कहा कि जिस समाज की ग़ैर राजनीतिक जड़ें मज़बूत नहीं होतीं, उसकी राजनीति भी टिकाऊ नहीं होती। उन्होंने साहब कांशीराम के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि बहुजन आंदोलन की ताक़त सामाजिक संगठनों से आती है और वर्तमान में इन जड़ों को मज़बूत करने की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं हो रहा है।
निष्कर्ष: चिंतन शिविर में यह तय किया गया कि पार्टी के रूप में बसपा को समर्थन मिलेगा, लेकिन साथ ही सामाजिक आधार को मज़बूत करने के लिए देशभर के ग़ैर राजनीतिक संगठनों को जोड़ने का अभियान चलाया जाएगा।
अगला बड़ा आयोजन: जयप्रकाश सिंह ने घोषणा की कि अगला आयोजन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगा, जहाँ पूरे देश से लगभग 1000 ग़ैर राजनीतिक संगठनों के 5000 से अधिक बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जाएगा। इसका उद्देश्य समाज में सकारात्मक सोच पैदा करना और ग़ैर राजनीतिक जड़ों को मजबूत करना होगा।
मिशन 2027 की नींव: कार्यक्रम में 'मिशन 2027' के तहत सामाजिक परिवर्तन की रूपरेखा तैयार की गई। जय भीम, जय भारत, जय कांशीराम और जय भगत सिंह के नारों से कार्यक्रम गूंज उठा।
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