खतरनाक सफर: गूगल मैप से मौत की ओर
रविवार सुबह बरेली के फरीदपुर इलाके में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने हर किसी को झकझोर दिया। फर्रुखाबाद निवासी तीन लोग एक शादी में शामिल होने जा रहे थे। उन्होंने गूगल मैप के सहारे सफर तय किया, लेकिन यह तकनीकी मदद उन्हें गलत रास्ते पर ले गई और उनकी जान का कारण बन गई।
पारिवारिक कार्यक्रम से लौट रहे थे तीनों
फर्रुखाबाद के थाना मेरापुर के ग्राम इमादपुर हीरामल निवासी 35 वर्षीय विवेक चौहान और 36 वर्षीय कौशल उर्फ नितिन दिल्ली में रहते थे। विवेक दिल्ली में गार्ड का काम करता था, जबकि कौशल ओला कार ड्राइवर था। वे अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए बरेली जा रहे थे। उनके साथ मैनपुरी निवासी 30 वर्षीय अमित भी इस सफर पर थे।
गूगल मैप के भरोसे पहुंच गए गलत रास्ते पर
बदायूं के दातागंज और बरेली के फरीदपुर के बीच स्थित रामगंगा पर एक पुल निर्माणाधीन था। पुल अभी तक पूरा नहीं हुआ है और आम जनता के लिए बंद है। तीनों ने गूगल मैप के सहारे इस पुल का इस्तेमाल किया। उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि पुल अधूरा है। रास्ता तलाशते हुए वे अपनी कार से निर्माणाधीन पुल पर चढ़ गए।
रात का समय और अधूरा पुल बना मौत का कारण
यह हादसा रविवार तड़के हुआ। पुल अधूरा होने की वजह से कार सीधा रामगंगा नदी में जा गिरी। मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। सुबह खेतों की ओर गए ग्रामीणों ने सबसे पहले खून बहता देखा और नदी में गिरी कार की जानकारी दी।
गांव वालों ने दी सूचना, पुलिस ने शव कब्जे में लिए
अल्लपुर गांव के निवासियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर तुरंत पुलिस को सूचना दी। फरीदपुर और दातागंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। तीनों शवों को बाहर निकालकर पंचनामा भरा गया। स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
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तकनीकी भरोसे ने छीन ली तीन जिंदगियां
यह घटना तकनीक पर अंधभरोसे के खतरनाक पहलुओं को उजागर करती है। गूगल मैप ने तीनों को निर्माणाधीन पुल पर जाने का सुझाव दिया, जिससे यह हादसा हुआ। इस घटना ने तकनीकी निर्भरता और स्थानीय प्रशासन की जानकारी की कमी को सवालों के घेरे में ला दिया है।
पुल निर्माण में देरी और सुरक्षा उपायों की कमी
रामगंगा पर बन रहे पुल का निर्माण लंबे समय से चल रहा है, लेकिन सुरक्षा संकेतकों और चेतावनी बोर्ड्स की कमी के कारण यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई और पुल के निर्माण में तेजी लाने की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
फरीदपुर पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हादसे की वजह की गहराई से जांच की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि पुल के निर्माण स्थल पर पर्याप्त चेतावनी बोर्ड क्यों नहीं लगाए गए।