फर्रुखाबाद : मरम्मत के बाद भी बना मौत का रास्ता: गंगा पुल पर फिर दर्दनाक हादसा
फर्रुखाबाद में इटावा-बरेली हाईवे पर स्थित गंगा पुल पर आज एक और दर्दनाक हादसा हुआ। हाल ही में मरम्मत कार्य के बाद भी सुरक्षा उपायों की अनदेखी के चलते हादसे में जिठौली गांव निवासी विनोद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के लिए पूरी तरह से NHAI की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : मरम्मत के बाद भी नहीं थम रहे हादसे
गंगा पुल की हाल ही में मरम्मत की गई थी, जिसके चलते इसे कई दिनों तक बंद भी रखा गया था। स्थानीय लोगों को पहले से ही इस मरम्मत के दौरान परेशानी झेलनी पड़ी थी। मरम्मत के बाद उम्मीद थी कि अब सफर सुरक्षित होगा, लेकिन स्थिति पहले से ज्यादा खतरनाक बन गई है।
सीमेंट के ब्लॉकों ने छीनी रात की नींद
मरम्मत के बाद पुल पर रास्ता बंद करने के लिए बीच सड़क पर बड़े-बड़े सीमेंट के ब्लॉक रख दिए गए थे। इन पर कोई रिफ्लेक्टर या चेतावनी चिन्ह नहीं लगाए गए, जिससे रात के अंधेरे में इनका दिखाई देना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्लास्टिक के रिफ्लेक्टिव ब्लॉक्स लगाए जाते तो दुर्घटनाएं रोकी जा सकती थीं। पहले भी इन सीमेंट ब्लॉक्स से टकराकर कई वाहन चालक चोटिल हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
हादसा रात 8 बजे, युवक की हालत नाज़ुक
आज दिनांक 18 अप्रैल 2025 को रात करीब 8:00 बजे विनोद कुमार, पुत्र मदनपाल फौजी, निवासी जिठौली गांव (अमृतपुर विधानसभा) जब बाजार से अपने गांव लौट रहे थे, तभी उनकी बाइक सीमेंट के ब्लॉक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि विनोद कुमार के सिर में गहरी चोट आई और काफी खून बहने लगा।
स्थानीय लोगों की तत्परता से बची जान
घटना के तुरंत बाद वहां मौजूद लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। विनोद को गंभीर हालत में तत्काल फर्रुखाबाद के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उनकी हालत नाज़ुक बताई है और इलाज जारी है।
NHAI पर लापरवाही के गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों में घटना को लेकर रोष है। उनका कहना है कि गंगा पुल पर लापरवाही लगातार जानलेवा साबित हो रही है। प्रशासन और NHAI को कई बार अवगत कराने के बाद भी सुरक्षा इंतज़ाम नहीं किए गए। अब मांग उठ रही है कि पुल पर लगाए गए ब्लॉकों को हटाकर सुरक्षित विकल्पों को लागू किया जाए।
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