कांवड़ यात्रा 2024: मुजफ्फरनगर पुलिस का नया आदेश, दुकानदारों को नाम स्पष्ट रूप से लिखने का निर्देश, नियमों पर बवाल हुआ
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के रूट पर आने वाली दुकानों के मालिकों को अपनी दुकान के बाहर स्पष्ट रूप से अपना नाम लिखने का निर्देश दिया गया है ताकि कांवड़ियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि कुछ दुकानें अपने नाम बदलकर या हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर खोली जा रही थीं। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस आदेश की आलोचना की है। साथ ही, कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक और डीजे के लिए भी विशेष नियम लागू किए गए हैं। इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से 2 अगस्त तक चलेगी।

INDC Network : मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) : कांवड़ यात्रा से जुड़ी एक बड़ी खबर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सामने आई है। पुलिस ने कांवड़ यात्रा पर एक नया आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि कांवड़ यात्रा के रूट पर आने वाले सभी ठेलों, होटलों, और दुकानों के मालिक अपनी दुकान पर अपना नाम स्पष्ट रूप से लिखें ताकि कांवड़ियों को किसी तरह की कोई समस्या न हो। प्रशासन ने कहा है कि कुछ दुकानें अपने नाम बदलकर या हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर खोली जा रही हैं, इसी संदर्भ में यह आदेश जारी किया गया है। मुजफ्फरनगर जनपद में लगभग 240 किमी का कांवड़ यात्रा मार्ग है, जिसमें खान-पान की दुकानों और होटलों के मालिकों को अपनी दुकान के सामने प्रोपराइटर का नाम लिखना आवश्यक होगा ताकि कांवड़ियों को कोई बाधा न हो।
इस आदेश के खिलाफ AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, "मैंने यूपी पुलिस के असंवैधानिक आदेश का विरोध किया था। इस आदेश के अनुसार दुकान के मालिकों को दुकानों पर अपना नाम लिखना होगा ताकि कोई भी कांवड़िया गलती से किसी मुसलमान की दुकान या ठेले या होटल से कुछ न खरीद ले। किसी कथित धर्म गुरु ने मुझे और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X @zoo_bear को धमकी देते हुए वीडियो जारी किया है। मुजफ्फरनगर में कानून व्यवस्था को भंग करने की दरपर्दा धमकी भी दी गई है। एक अनैतिक और भेदभावपूर्ण आदेश का विरोध करना कोई जुर्म नहीं है। मुकदमा उन पर दर्ज होना चाहिए जो दो समाजों को लड़ाना चाहते हैं।"
कांवड़ यात्रा 2024 की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। मेरठ पुलिस लाइन में दिल्ली, हरियाणा, यूपी और उत्तराखंड के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें कांवड़ यात्रा का पूरा रोड मैप तैयार किया गया। इस साल 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा की शुरुआत होगी, जो 2 अगस्त तक चलेगी। यात्रा के दौरान दिल्ली से उत्तराखंड तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू हो जाएगा।
बैठक में तय किए गए ट्रैफिक नियम:
- 21 जुलाई की आधी रात से हाईवे समेत सभी कांवड़ मार्गों पर भारी वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
- 25 जुलाई से आधी रात के बाद से कांवड़ मार्गों पर वनवे(एक तरह जाने वाले ट्रैफिक) व्यवस्था लागू की जाएगी।
- 27 जुलाई के दिन से नेशनल हाईवे 58 पर हरिद्वार से आने वाले हल्के वाहनों को बंद कर दिए जाएंगे, केवल पास वाले वाहनों को अनुमति होगी।
- 29 जुलाई के दिन से 4 अगस्त के दिन तक NH-58 कांवड़ पटरी मार्ग और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे केवल कांवड़ियों के लिए खोला जाएगा।
डीजे के लिए भी नियम तय किए गए हैं। डीजे की ऊंचाई 12 फीट से अधिक नहीं होगी और म्यूजिक सिस्टम की आवाज 75 डेसिबल तक सीमित रहेगी ताकि बिजली की तारों से टकराने का खतरा न बढ़े।
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