मिल्कीपुर सीट पर सियासी खेल, भाजपा के पत्ते कब खुलेंगे?
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अजीत प्रसाद को उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जबकि भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया। चर्चा है कि उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत भाजपा के संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं। उन्होंने चुनाव से पहले वीआरएस की अर्जी डाली है। जातिगत समीकरण और राजनीतिक समीकरण को देखते हुए भाजपा उनके नाम पर विचार कर रही है।

INDC Network : मिल्कीपुर न्यूज़ : मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अजीत प्रसाद को उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जबकि भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया। चर्चा है कि उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत भाजपा के संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं। उन्होंने चुनाव से पहले वीआरएस की अर्जी डाली है। जातिगत समीकरण और राजनीतिक समीकरण को देखते हुए भाजपा उनके नाम पर विचार कर रही है।
मिल्कीपुर उपचुनाव | विवरण |
---|---|
निर्वाचन क्षेत्र | मिल्कीपुर (सुरक्षित सीट) |
चुनाव तिथि | 5 फरवरी |
सपा उम्मीदवार | अजीत प्रसाद |
भाजपा संभावित नाम | सुरेंद्र कुमार रावत, बाबा गोरखनाथ |
नामांकन प्रक्रिया | शुरू हो चुकी है |
सुरेंद्र रावत का वीआरएस | पारिवारिक कारण बताकर अर्जी डाली |
सपा का निर्णय और भाजपा की चुप्पी
समाजवादी पार्टी ने फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार बना दिया है। वहीं, भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, जिससे राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं।
सुरेंद्र रावत का वीआरएस: पारिवारिक कारण या चुनावी रणनीति?
उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत ने रिटायरमेंट से पहले वीआरएस की अर्जी डाली है। उन्होंने इसके पीछे पारिवारिक कारण बताए, लेकिन चुनावी समीकरणों को देखते हुए इसे राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
जातीय समीकरण और राजनीतिक दांव
मिल्कीपुर सुरक्षित सीट पर जातीय समीकरण भाजपा के लिए अहम है। माना जा रहा है कि सुरेंद्र रावत एक नए और बड़े वोट बैंक का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
भविष्य की स्थिति
नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अगर भाजपा जल्द निर्णय नहीं लेती तो सुरेंद्र रावत की राजनीतिक शुरुआत अधर में लटक सकती है।
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