मिल्कीपुर उपचुनाव: सपा की वेबकास्टिंग मांग से गरमाई सियासत!
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सपा ने चुनाव आयोग से सभी पोलिंग स्टेशनों पर वेबकास्टिंग की मांग की है। सपा का कहना है कि इससे पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सकेंगे।

INDC Network : लखनऊ, उत्तर प्रदेश : मिल्कीपुर उपचुनाव: सपा की वेबकास्टिंग मांग से गरमाई सियासत!
मिल्कीपुर उपचुनाव का सियासी खेल
मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति चरम पर है। सपा और भाजपा ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। मतदान 5 फरवरी को होगा और परिणाम 8 फरवरी को आएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस सीट को जीतने के लिए रणनीतियां बनाई हैं।

सपा की वेबकास्टिंग की मांग
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान के दौरान वेबकास्टिंग कराने की मांग की है।
मांग | विवरण |
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वेबकास्टिंग | सभी 414 पोलिंग स्टेशनों पर वेबकास्टिंग की जाए। |
लिंक उपलब्धता | वेबकास्टिंग का लिंक उम्मीदवार और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को दिया जाए। |
पारदर्शिता | चुनाव में गड़बड़ियों पर नजर रखने और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी है। |
सपा का कहना है कि फिलहाल यह लिंक केवल जिला चुनाव अधिकारी और मुख्य निर्वाचन अधिकारी तक सीमित रहता है। इसे प्रत्याशियों और पार्टियों को भी देना चाहिए ताकि चुनाव में संभावित गड़बड़ियों की जानकारी मिल सके।
वेबकास्टिंग क्यों जरूरी?
सपा ने वेबकास्टिंग को चुनाव की पारदर्शिता का अहम हिस्सा बताया। पार्टी का कहना है कि यह कदम स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव सुनिश्चित करेगा।
तर्क | सपा का दावा |
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अलोकतांत्रिक प्रक्रिया | वर्तमान प्रक्रिया में पार्टियों को पोलिंग स्टेशन की जानकारी नहीं मिलती। |
पारदर्शिता बढ़ेगी | सभी पार्टियां मतदान की निगरानी कर सकेंगी। |
मिल्कीपुर: भाजपा-सपा का संघर्ष
मिल्कीपुर सीट पर भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर है। भाजपा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा के लिए अखिलेश यादव ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। यह चुनाव उत्तर प्रदेश की राजनीतिक दिशा तय कर सकता है।
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