मरे हुए लोगों ने भी डाला वोट? मिल्कीपुर उपचुनाव पर अखिलेश यादव का बड़ा दावा
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में मरे हुए लोगों ने भी वोट डाला और बाहर से लोगों को बुलाकर मतदान कराया गया। अखिलेश ने चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया और कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। यह बयान राजनीतिक घमासान को और तेज कर सकता है। इस बीच, मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।

INDC Network : मिल्कीपुर, उत्तर प्रदेश : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में मरे हुए लोगों ने भी वोट डाला और बाहर से लोगों को बुलाकर मतदान कराया गया। अखिलेश ने चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया और कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। यह बयान राजनीतिक घमासान को और तेज कर सकता है। इस बीच, मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
मिल्कीपुर उपचुनाव: अखिलेश यादव का बड़ा बयान
ग्रेटर नोएडा में एक निजी कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने भाजपा और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि "देखना चाहिए कि बीजेपी सरकार में लोकतंत्र कैसे मजबूत होता है।"

अखिलेश ने मिल्कीपुर उपचुनाव में धांधली के गंभीर आरोप लगाए और कहा:
- "इस चुनाव में मरे हुए लोगों ने भी वोट डाला।"
- "बाहर के जिलों से लोगों को लाकर मतदान कराया गया।"
- "टारगेट दिए गए और चुनावी धांधली के ऑडियो भी वायरल हुए।"
- "ऐसा लगा मानो यह 144 साल पुराना चुनाव हो।"
चुनाव आयोग पर भी साधा निशाना
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए और कहा कि "लोकतंत्र की स्थिति बेहद चिंताजनक है और प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है।"
उनके इन बयानों से मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर सियासी घमासान तेज होने की संभावना है।
मिल्कीपुर उपचुनाव की स्थिति
मिल्कीपुर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के कब्जे में थी, लेकिन सपा सांसद अवधेश प्रसाद के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई।
विवरण | जानकारी |
---|---|
उपचुनाव की तारीख | 5 फरवरी 2025 |
वोटिंग प्रतिशत | 65.25% |
नतीजों की घोषणा | 8 फरवरी 2025 |
वर्तमान स्थिति | सपा vs भाजपा कड़ा मुकाबला |
भाजपा इस चुनाव को फैजाबाद में अपनी हार का बदला लेने के अवसर के रूप में देख रही है, जबकि सपा अपनी सीट बरकरार रखना चाहती है।
भाजपा का पलटवार
अखिलेश यादव के आरोपों पर भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा के वरिष्ठ नेता संबित पात्रा ने कहा कि "जब भी सपा हारने लगती है, तो वह चुनाव आयोग और ईवीएम पर सवाल उठाने लगती है।"
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि "अखिलेश यादव के आरोप निराधार हैं और जनता का विश्वास भाजपा पर बढ़ रहा है।"
चुनाव में धांधली के आरोप क्यों?
अखिलेश यादव द्वारा लगाए गए आरोपों के पीछे कुछ बड़े सवाल खड़े होते हैं:
❓ क्या सच में मरे हुए लोगों के नाम से वोट डाले गए?
❓ क्या प्रशासन निष्पक्ष रूप से चुनाव करा पाया?
❓ क्या इस चुनाव के नतीजे पर धांधली का असर पड़ेगा?
फिलहाल, चुनाव आयोग इस मामले में चुप्पी साधे हुए है और सभी की नजरें 8 फरवरी को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं।
मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों से पहले राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। अखिलेश यादव ने जहां चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा इसे हारी हुई पार्टी की निराशा बता रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वाकई चुनाव में गड़बड़ी हुई या यह सिर्फ एक सियासी रणनीति थी?
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