बाबरी विवाद से नाराज सपा ने छोड़ा महाराष्ट्र का एमवीए गठबंधन, राजनीतिक समीकरण बदलेंगे?
समाजवादी पार्टी ने बाबरी विध्वंस से जुड़े विवादित पोस्ट पर नाराजगी जताते हुए महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन से अलग होने का ऐलान किया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने शिवसेना (यूबीटी) के इस रवैये की आलोचना की। कांग्रेस और सपा के बीच भी तनाव के संकेत मिले हैं।

INDC Network : उत्तर प्रदेश : सपा का एमवीए गठबंधन से अलगाव: बाबरी मस्जिद विवाद ने बढ़ाया तनाव
सपा ने छोड़ा एमवीए गठबंधन
समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन से बाहर निकलने की घोषणा कर दी है। सपा के महाराष्ट्र इकाई प्रमुख अबू आजमी ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस पर दिए गए विवादित बयान के कारण यह फैसला लिया गया।
उन्होंने कहा कि ऐसा बयान भाजपा और एमवीए में कोई अंतर नहीं छोड़ता।
पार्टी | विधायक संख्या | गठबंधन स्थिति |
---|---|---|
समाजवादी पार्टी | 2 | एमवीए से बाहर |
शिवसेना (यूबीटी) | 20 | एमवीए का हिस्सा |
कांग्रेस | 16 | एमवीए का हिस्सा |
एनसीपी (शरद गुट) | 10 | एमवीए का हिस्सा |
बाबरी मस्जिद पर विवादित बयान
शिवसेना (यूबीटी) के एमएलसी मिलिंद नार्वेकर ने बाबरी मस्जिद विध्वंस की तस्वीर साझा करते हुए एक विवादित पोस्ट की थी। इस पोस्ट में शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे का बयान लिखा गया था, "मुझे गर्व है उन लोगों पर जिन्होंने यह किया।"
अबू आजमी ने इसे भाजपा जैसा बयान बताते हुए गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी।
कांग्रेस और सपा के बीच तनाव
सपा और कांग्रेस के बीच भी अनबन की खबरें सामने आई हैं।
- सपा सांसद अवधेश प्रसाद को लोकसभा में अगली पंक्ति से हटाया गया।
- अखिलेश यादव इस पर नाराज हैं और राहुल गांधी से हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे थे।
हालांकि, अब तक कांग्रेस ने इस मुद्दे को प्रमुखता से नहीं उठाया है।
महाराष्ट्र चुनाव परिणाम: एमवीए की स्थिति कमजोर
हाल ही में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एमवीए गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा।
- भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटें जीतीं।
- एमवीए केवल 46 सीटों पर सिमट गया।
- सपा का कहना है कि ऐसी स्थिति में विवादित बयान देना गठबंधन को और कमजोर करता है।
गठबंधन | जीती हुई सीटें | मुख्य दल |
---|---|---|
महायुति | 230 | भाजपा (132), शिवसेना (57) |
महा विकास अघाड़ी | 46 | शिवसेना (20), कांग्रेस (16) |
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