फर्रुखाबाद में तेंदुए का आतंक: आठ माह की बछिया बनी शिकार, ग्रामीणों में दहशत
फर्रुखाबाद के मऊदरवाजा थाने के ग्राम पचपुखरा में तेंदुए द्वारा आठ माह की बछिया को मारने की घटना ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है। घटना रात करीब सवा तीन बजे की है, जब ग्रामीणों ने जंगली जानवर को बछिया को घसीटते हुए देखा। घटनास्थल पर तेंदुए के पंजों और गोबर के निशान मिले। वन विभाग की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि घटना की सूचना देने के बावजूद कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।
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INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद के मऊदरवाजा थाने के ग्राम पचपुखरा में तेंदुए द्वारा आठ माह की बछिया को मारने की घटना ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है। घटना रात करीब सवा तीन बजे की है, जब ग्रामीणों ने जंगली जानवर को बछिया को घसीटते हुए देखा। घटनास्थल पर तेंदुए के पंजों और गोबर के निशान मिले। वन विभाग की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि घटना की सूचना देने के बावजूद कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।
(जानवर के हमले के बाद बछिया की हालत)
(घटना स्थल पर मौजूद ग्रामवासी एवं प्रशासन)
घटना का विवरण
घटना का समय और स्थान
- गांव: पचपुखरा
- थाना: मऊदरवाजा
- घटना का समय: रात सवा तीन बजे
गवाहों का विवरण
गवाह का नाम | स्थान और घटना का विवरण |
---|---|
प्रदीप कुमार | मकान के पास तखत पर लेटे थे, जानवर को बछिया घसीटते देखा |
छोटे कुशवाहा | जानवर के पंजों के निशान और गोबर का प्रमाण देखा |
अभिषेक कुशवाहा | रात में आवारा गायों और बंदरों की आवाज सुनी |
तेंदुए की गतिविधियां
घटना का विवरण | स्थिति |
---|---|
बछिया को घसीटने की जगह | उदय प्रताप के मकान के पीछे |
हमला स्थल | सड़क के पश्चिमी खाली प्लॉट |
हमले के निशान | तेंदुए के पंजों और गोबर के निशान |
वन विभाग की लापरवाही
- सूचना देने के बावजूद वन विभाग का कोई कर्मचारी सुबह 9:15 बजे तक नहीं पहुंचा।
- ग्रामीणों में तेंदुए के कारण डर और चिंता का माहौल।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और तेंदुए का खौफ
ग्रामीणों ने तेंदुए की उपस्थिति को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि पकड़े गए पहले तेंदुए से यह अधिक बड़ा और तगड़ा है। इसके अलावा, ग्रामीणों का मानना है कि वन विभाग की देरी से उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ रही है।
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