BTEUP बोर्ड की फर्जी Facebook ID से पास कराने के नाम पर 4000 रुपये की ठगी का खुलासा
BTEUP बोर्ड से पास कराने का झांसा देकर एक फर्जी Facebook ID के माध्यम से छात्रों से 4000 रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने सोशल मीडिया पर भरोसा दिलाकर पैसे ऐंठे। उत्तर प्रदेश तकनीकी शिक्षा परिषद (BTEUP) से जुड़े एक चौंकाने वाले मामले में फर्जी Facebook ID के जरिए छात्रों से 4000 रुपये में परीक्षा में पास कराने का वादा कर ठगी की गई। सोशल मीडिया पर सक्रिय इस ID ने खुद को बोर्ड से जुड़ा हुआ बताकर छात्रों का विश्वास जीता और उनसे पैसे मांग लिए। यह मामला सामने आने के बाद छात्रों में रोष है और जांच की मांग की जा रही है। पुलिस और साइबर सेल को शिकायत दी गई है।

INDC Network : उत्तर प्रदेश : फर्जी फेसबुक आईडी से BTEUP बोर्ड छात्रों से पैसे मांगने का मामला — पीड़ित छात्र के पास हैं पुख्ता सबूत
उत्तर प्रदेश तकनीकी शिक्षा परिषद (BTEUP) से जुड़े छात्रों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय सामने आया है। सोशल मीडिया के माध्यम से, खासकर फेसबुक पर, एक फर्जी आईडी से छात्रों से 4000 रुपये की मांग की गई, जिसमें पास कराने या रिजल्ट में बदलाव कराने का झांसा दिया गया। हालांकि इस मामले में एक छात्र ने पैसे तो नहीं भेजे, लेकिन उसने इन अवैध मांगों के पुख्ता सबूत—जैसे चैट रिकॉर्ड, कॉल लॉग और स्क्रीनशॉट—संग्रहित किए हैं, जिससे यह धोखाधड़ी का प्रमाणित मामला बन गया है।

ठगी का तरीका और झांसा
इस फर्जी फेसबुक आईडी को बड़े ही सावधानी से तैयार किया गया था। इसमें BTEUP से जुड़े अधिकारी का नाम और बोर्ड का आधिकारिक लोगो लगाया गया था, जिससे कोई भी छात्र इसे असली समझ सकता था। इस आईडी ने छात्रों को निजी संदेश भेजकर उन्हें परीक्षा में पास कराने या नंबर बढ़वाने का दावा किया।
धोखेबाजों ने खासतौर से उन छात्रों को टार्गेट किया जो रिजल्ट के लिए चिंतित थे या जिनके नंबर कम थे। इन छात्रों को 4000 रुपये देने का दबाव बनाया गया।
पैसे मांगने के बाद संपर्क और दबाव
एक खास छात्र जो इस झांसे का शिकार तो नहीं हुआ, उसने बताया कि उसे लगातार पैसे देने के लिए फोन और मैसेज के जरिए दबाव डाला गया। उसने बातचीत का पूरा रिकॉर्ड रखा है, जिसमें फेसबुक चैट, कॉल लॉग और संदेश शामिल हैं।
छात्र के मुताबिक, आरोपी ने बार-बार पैसे भेजने को कहा, साथ ही पास न होने या पैसा न देने की स्थिति में रिजल्ट खराब होने की धमकी भी दी। ऐसे दबाव में कई छात्र घबराकर पैसे दे भी सकते हैं, लेकिन यह छात्र सावधान रहा।
छात्र के पास मौजूद पुख्ता सबूत
इस छात्र ने अपनी सुरक्षा और अन्य छात्रों के हित में सारे डिजिटल सबूत सहेज कर रखे हैं:
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फेसबुक पर हुई बातचीत के चैट स्क्रीनशॉट
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पैसे मांगने वाले संदेशों के स्क्रीन रिकॉर्ड
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आरोपी की फेसबुक आईडी का लिंक और प्रोफाइल डिटेल्स
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फोन कॉल और वॉइस मैसेज के रिकॉर्डिंग्स
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बार-बार पैसे मांगने और धमकी देने वाले मेसेज
BTEUP और साइबर सेल की जांच
छात्र ने ये सबूत लेकर तुरंत साइबर सेल और BTEUP प्रशासन के पास शिकायत दर्ज कराई है। दोनों संस्थान इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। पुलिस ने फर्जी फेसबुक आईडी की पहचान करने के लिए तकनीकी जांच शुरू कर दी है।
BTEUP प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी इस तरह से रिजल्ट में बदलाव नहीं कर सकता और सभी छात्र आधिकारिक चैनलों से ही जानकारी लें।
छात्रों के लिए चेतावनी और अपील
BTEUP ने छात्रों से अनुरोध किया है कि वे इस तरह की फर्जी प्रोफाइल से सावधान रहें। किसी भी ऐसे व्यक्ति पर भरोसा न करें जो सोशल मीडिया के माध्यम से रिजल्ट या पास कराने का वादा करे।
छात्रों को यह भी सलाह दी गई है कि वे इस तरह की संदिग्ध मांगों की सूचना तुरंत प्रशासन या पुलिस को दें, ताकि ठगों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।
शिक्षा व्यवस्था और समाज के लिए गंभीर संदेश
यह मामला शिक्षा व्यवस्था की पवित्रता पर हमला है। ऐसे फर्जीवाड़े न केवल छात्रों की मेहनत और सपनों को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि समाज में अस्थिरता भी पैदा करते हैं।
साइबर क्राइम के बढ़ते मामले दर्शाते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में भी धोखाधड़ी के खतरे बढ़ गए हैं। इसलिए, छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को जागरूक होकर इस तरह के अपराधों का मुकाबला करना होगा।
फर्जी फेसबुक आईडी से पैसे मांगना, छात्रों को डराना-धमकाना और शिक्षा प्रणाली में गड़बड़ी फैलाने का प्रयास एक गंभीर अपराध है। हालांकि इस मामले में छात्र ने पैसे नहीं भेजे, लेकिन उन्होंने अपनी सतर्कता और पुख्ता सबूतों से ठगी की पूरी साजिश उजागर कर दी है।
यदि आप या आपके जानने वाले भी इस तरह की किसी धोखाधड़ी का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत साइबर सेल या पुलिस से संपर्क करें। समय रहते सावधानी और जागरूकता से ही हम इस तरह की ठगी से बच सकते हैं।
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