अडाणी, संभल और मणिपुर पर विपक्ष हमलावर : संसद की कार्यवाही 2 दिसंबर तक स्थगित
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले चार दिन में कार्यवाही सिर्फ 40 मिनट तक चली। विपक्ष ने अडाणी विवाद, संभल घटना, मणिपुर और विदेश नीति जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा। हंगामे और नारेबाजी के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार 2 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया, जबकि सभापति और स्पीकर ने सदन चलाने की अपील की।

INDC Network : नई दिल्ली : संसद सत्र में 4 दिन का हाल: सिर्फ 40 मिनट कार्यवाही
संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ। हालांकि, चार दिन में दोनों सदनों की कार्यवाही कुल मिलाकर सिर्फ 40 मिनट तक ही चल सकी। हर दिन औसतन 10 मिनट तक कार्यवाही हुई।
दिन | कार्यवाही का समय | मुख्य घटनाक्रम |
---|---|---|
25 नवंबर | 15 मिनट | हंगामे के बीच कार्यवाही स्थगित। |
26 नवंबर | 10 मिनट | विपक्ष ने अडाणी मुद्दे पर चर्चा की मांग की। |
27 नवंबर | 5 मिनट | संभल और मणिपुर मुद्दों पर नारेबाजी। |
28 नवंबर | 10 मिनट | राज्यसभा और लोकसभा स्थगित। |
अडाणी और संभल मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा
राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद के बाहर कहा कि अडाणी पर अमेरिका में 2000 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का आरोप है। उन्होंने कहा,
"अडाणी को जेल में होना चाहिए, लेकिन मोदी सरकार उन्हें बचा रही है।"
संभल घटना पर चर्चा की मांग
विपक्ष ने संभल की घटना को लेकर सरकार को घेरते हुए सदन में चर्चा की मांग की। समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा,
"सरकार इन मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है। जब सरकार नहीं चाहती, तो संसद कैसे चलेगी?"
स्पीकर और सभापति ने की अपील
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने हंगामे के बीच कहा,
"सहमति-असहमति लोकतंत्र की ताकत है। देश चाहता है कि संसद चले।"
वहीं, राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्षी सांसदों की नारेबाजी पर कहा,
"हम जनता-केंद्रित कामों से दूर होते जा रहे हैं। यह बहुत खराब मिसाल है।"
विपक्ष के आरोप और सरकार का रुख
गौरव गोगोई का आरोप
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा,
"सरकार न तो चर्चा के मुद्दे तय कर रही है, न ही कोई तारीख दे रही है। उनके अहंकार के कारण संसद नहीं चल पा रही है।"
कार्ति चिदंबरम का सुझाव
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि सरकार को विपक्ष को महत्वपूर्ण मुद्दों पर बोलने का मौका देना चाहिए।
संसद सत्र में हंगामे का कारण
मुद्दा | विपक्ष की मांग | सरकार का रुख |
---|---|---|
अडाणी विवाद | रिश्वत के आरोपों पर चर्चा। | कोई प्रतिक्रिया नहीं। |
संभल घटना | घटना पर विस्तृत चर्चा। | मुद्दे को टालती दिखी। |
मणिपुर हिंसा | रिपोर्ट पेश करने की मांग। | कोई ठोस बयान नहीं। |
चीन मुद्दा | विदेश नीति पर चर्चा। | चर्चा से परहेज। |
2 दिसंबर तक स्थगित संसद: आगे की उम्मीद
हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार 2 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई है। विपक्ष की मांग है कि सरकार अडाणी, संभल, मणिपुर और विदेश नीति जैसे मुद्दों पर चर्चा कराए।
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