Breaking News: यूपी का नया जिला घोषित, योगी सरकार ने किया बड़ा ऐलान
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज क्षेत्र से अलग कर महाकुंभ मेला नामक एक नया जिला घोषित किया। यह निर्णय आगामी महाकुंभ 2025 के आयोजन और प्रशासनिक सुचारूता सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। जिलाधिकारी ने अधिसूचना जारी करते हुए जिले की सीमाएं और प्रशासनिक जिम्मेदारियां तय कीं।

INDC Network : उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश में 76वां जिला: महाकुंभ मेला का गठन
योगी सरकार का ऐतिहासिक फैसला
उत्तर प्रदेश में अब कुल 76 जिले हो गए हैं। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक अहम बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। इस फैसले के तहत प्रयागराज क्षेत्र से अलग कर महाकुंभ मेला नामक एक नया जिला बनाया गया है। यह कदम आगामी महाकुंभ 2025 के लिए प्रशासनिक व्यवस्था को सरल और सुव्यवस्थित करने हेतु उठाया गया है।
महाकुंभ मेला जिले की प्रशासनिक सीमाएं
इस नए जिले की सीमाओं में प्रयागराज क्षेत्र के परेड क्षेत्र और अनुलग्नक-I में वर्णित कई राजस्व गांव शामिल होंगे। इसके गठन से कुंभ मेले के विशेष आयोजन के दौरान बेहतर प्रबंधन और प्रशासनिक संचालन की उम्मीद है।
जिले का नाम | महाकुंभ मेला |
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अधिसूचना संख्या | 3966/9-1-2024-408057 |
मुख्य क्षेत्र | परेड क्षेत्र और राजस्व गांव |
गठन का उद्देश्य | महाकुंभ 2025 का संचालन |
प्रभाव तिथि | तत्काल प्रभाव से लागू |
महाकुंभ मेला जिला: प्रशासनिक शक्तियां
डीएम और अन्य अधिकारियों की भूमिका
महाकुंभ मेला जिले के लिए विशेष शक्तियां दी गई हैं। मेलाधिकारी को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के तहत कार्यपालक मजिस्ट्रेट, जिला मजिस्ट्रेट और अपर जिला मजिस्ट्रेट की शक्तियां प्राप्त होंगी। इसके अलावा, राजस्व मामलों में कलेक्टर की सभी शक्तियां और कार्य संचालन का अधिकार मिलेगा।
पद | शक्तियां और जिम्मेदारियां |
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मेलाधिकारी | जिला मजिस्ट्रेट और कार्यपालक मजिस्ट्रेट की शक्तियां |
अपर कलेक्टर | राजस्व संहिता, 2006 के तहत सभी कलेक्टर कार्य |
महाकुंभ 2025 की तैयारी: नया जिला क्यों जरूरी?
धार्मिक और प्रशासनिक महत्व
हर 12 साल में आयोजित होने वाले महाकुंभ का आयोजन इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक होगा। यह आयोजन विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। प्रशासनिक स्तर पर यह आयोजन विशाल और चुनौतीपूर्ण होता है। नए जिले के गठन से आयोजन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना आसान होगा।
गठन के पीछे उद्देश्य
- महाकुंभ 2025 का प्रभावी प्रबंधन।
- प्रशासनिक जिम्मेदारियों का सुव्यवस्थित वितरण।
- आयोजन क्षेत्र में विकास कार्यों को तेज गति देना।
अधिसूचना के प्रमुख बिंदु
- उत्तर प्रदेश प्रयागराज मेला प्राधिकरण अधिनियम, 2017 की धारा 2(ध) के तहत अधिकारों का उपयोग।
- महाकुंभ मेला जिला की सीमाएं परेड क्षेत्र और संबंधित राजस्व गांवों तक सीमित होंगी।
- आदेश में प्रशासनिक शक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू करने की घोषणा।
महाकुंभ मेला 2025: प्रमुख तिथियां
तारीख | घटना |
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13 जनवरी 2025 | महाकुंभ मेला का आरंभ |
26 फरवरी 2025 | महाकुंभ मेला का समापन |
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