कासगंज में काली रात बनी मौत का तूफान, छतों से गिरे 5 की गई जान
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में बुधवार रात आई भीषण आंधी-तूफान ने कोहराम मचा दिया। तेज हवाओं के कारण छतें और दीवारें ढह गईं, जिससे 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 19 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुए। मृतकों में महिलाएं, बुजुर्ग और एक रोजगार सेवक शामिल हैं। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।

INDC Network : कासगंज, उत्तर प्रदेश : तेज आंधी-तूफान ने मचाई तबाही, रातभर गूंजती रहीं चीखें
कासगंज जिले में बुधवार रात अचानक तेज आंधी और तूफान ने लोगों को नींद से जगाकर मातम में डुबो दिया। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 5 लोगों की मौत हो गई जबकि 19 अन्य घायल होकर अस्पताल में भर्ती हैं।

पहली मौत: दिव्या की छत पर गिरी सोलर प्लेट
थाना सहावर क्षेत्र के कस्बे में 40 वर्षीय रोजगार सेवक दिव्या की मौत हो गई। दिव्या अपने घर की छत पर सो रही थीं, तभी पड़ोसी की सोलर प्लेट तेज आंधी में टूटकर उनके ऊपर गिर गई।
दूसरी मौत: क्लोनी गांव में अशोक पर गिरी दीवार
कोतवाली क्षेत्र के क्लोनी गांव में 35 वर्षीय अशोक अपने घर की छत पर सो रहे थे। तूफान के चलते दीवार गिरने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
तीसरी मौत: आंगन में लेटी श्यामा देवी की गई जान
थाना अमापुर क्षेत्र के बाछमाई गांव में 65 वर्षीय श्यामा देवी आंगन में लेटी थीं। अचानक बाउंड्री वॉल गिरने से उनकी जान चली गई।
चौथी मौत: जीने से गिरीं 72 वर्षीय सुशीला देवी
इसी थाना क्षेत्र के सेविका गांव की 72 वर्षीय सुशीला देवी घर की सीढ़ियों से नीचे उतर रही थीं। तभी तेज आंधी ने उन्हें असंतुलित कर दिया और गिरने से उनकी मौत हो गई।
पांचवीं मौत: मंडनपुर गांव में छत से गिरे सुरेश चंद्र
थाना सहावर क्षेत्र के मंडनपुर गांव में 52 वर्षीय सुरेश चंद्र घर की छत पर सो रहे थे। तेज आंधी के दौरान वह खटिया सहित छत से नीचे गिर गए। गंभीर चोट लगने से उनकी भी मौके पर मौत हो गई।
प्रशासनिक कार्रवाई और नुकसान का आकलन जारी
पुलिस ने सभी मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिला प्रशासन और राजस्व विभाग की टीमें घटनास्थलों पर पहुंच चुकी हैं और नुकसान का आकलन कर रही हैं। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए, साइन बोर्ड गिर गए और कच्ची दीवारें ढह गईं।
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