हाईटेंशन तार गिरने से 9 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख, दमकल देरी से पहुंची
इटावा के वैदपुरा में हाईटेंशन तार टूटकर गिरने से 9 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों के अनुसार, बिजली विभाग की लापरवाही से यह हादसा हुआ। दमकल की गाड़ी देर से पहुंचने के कारण किसान आक्रोशित हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

INDC Network : इटावा, उत्तर प्रदेश : इटावा के वैदपुरा में रविवार को बिजली विभाग की लापरवाही से बड़ा हादसा हुआ। दोपहर के समय 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन का तार अचानक टूटकर खेतों में गिर गया। गर्मी और तेज हवा के कारण खेतों में आग लग गई, जिससे देखते ही देखते 9 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।
गांव में जर्जर थे बिजली के तार, पहले भी हो चुके हैं हादसे

ग्रामीणों के अनुसार, महोला फीडर से वैदपुरा गांव तक जाने वाली बिजली लाइन के तार काफी समय से जर्जर थे। कई बार तार आपस में टकराने से चिंगारियां निकलती थीं, लेकिन बिजली विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत की थी, लेकिन अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया।
किसानों को बड़ा नुकसान, 9 बीघा फसल स्वाहा
इस हादसे में अनोखी लाल की चार बीघा और राजकुमार की पांच बीघा गेहूं की फसल पूरी तरह जल गई। आग इतनी तेजी से फैली कि किसानों के पास फसल बचाने का मौका ही नहीं मिला। यह घटना उनके लिए आर्थिक रूप से बड़ा झटका साबित हुई है।
ग्रामीणों ने बुझाई आग, फायर ब्रिगेड एक घंटे देरी से पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन तेज हवा के कारण आग तेजी से फैलती जा रही थी। ग्रामीणों ने सूझबूझ दिखाते हुए प्रभावित फसल को काटकर अलग किया, जिससे आग का और अधिक फैलाव रुक गया।
हालांकि, फायर ब्रिगेड को सूचना देने के बाद भी दमकल की गाड़ी एक घंटे तक नहीं पहुंची। इस देरी से ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। अगर समय पर दमकल पहुंच जाती, तो नुकसान को कम किया जा सकता था।
मुआवजे की मांग, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
किसानों और ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। इस मामले में बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है। किसानों का कहना है कि अगर समय रहते तारों की मरम्मत कर दी जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था। अब देखना होगा कि प्रशासन किसानों को कितना राहत देता है।
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