इटावा में 4 साल की मासूम को कुत्तों ने नोच डाला, खेत से लौटते समय हमला
इटावा के नगला सतनू गांव में चार वर्षीय मासूम सौम्या की खेत से लौटते समय जंगली कुत्तों ने नोच-नोचकर हत्या कर दी। घटना से पूरे गांव में मातम और भय का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों के आतंक पर रोक लगाने की मांग की है।

INDC Network : इटावा, उत्तर प्रदेश : इटावा में मासूम पर कहर: खेत से घर लौटते समय जंगली कुत्तों का हमला, मौत
जिले के नगला सतनू गांव में गुरुवार की शाम एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। चार वर्षीय मासूम सौम्या पुत्री विपिन जाटव पर जंगली कुत्तों के झुंड ने उस समय हमला कर दिया, जब वह अकेले खेत से अपने घर लौट रही थी। कुत्तों ने बच्ची को इतना नोचा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

परिवार के अनुसार, सौम्या अपने पिता विपिन के साथ खेत गई थी, जहां मूंगफली की फसल की निगरानी और निराई का काम चल रहा था। कुछ देर बाद बच्ची अकेले ही घर के लिए निकल गई, लेकिन रास्ते में झाड़ियों में छिपे आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। आसपास कोई नहीं होने से बच्ची की चीखें सुनने वाला कोई नहीं था।
शाम को जब विपिन खेत से घर लौटा और पत्नी रेखा से बात की, तो पता चला कि सौम्या अब तक नहीं लौटी है। इसके बाद परिजनों और गांव वालों ने मिलकर उसकी तलाश शुरू की। कुछ ही देर में सौम्या का क्षतविक्षत शव खेत के पास झाड़ियों में मिला, जिसे देख पूरा गांव स्तब्ध रह गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसपी ग्रामीण सतपाल सिंह, क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान और साम्हों चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और परिजनों को सांत्वना दी।
गांव के निवासी राजू ने बताया कि कुछ दिन पहले भी कुत्तों ने उनके घर के बाहर बंधी दो बकरी के बच्चों पर हमला किया था। उस समय शोर मचाकर जानवरों को बचा लिया गया था, लेकिन अब स्थिति बेकाबू हो गई है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव और आस-पास के क्षेत्रों में घूम रहे जंगली और आवारा कुत्तों को तत्काल पकड़वाया जाए और इस समस्या पर स्थायी समाधान निकाला जाए।
घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है और भय का माहौल व्याप्त है। लोग अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डर रहे हैं।
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