वाराणसी में छात्रा स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध मौत, न्याय की मांग तेज
वाराणसी के सासाराम बिहार क्षेत्र में एक 17 वर्षीय छात्रा स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है, लेकिन पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन और विरोध तेज हो गए हैं। जिला पंचायत वाराणसी की अध्यक्ष पूनम मौर्य ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।

INDC Network : वाराणसी, उत्तर प्रदेश : वाराणसी के सासाराम बिहार क्षेत्र में एक 17 वर्षीय छात्रा स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है, लेकिन पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन और विरोध तेज हो गए हैं। जिला पंचायत वाराणसी की अध्यक्ष पूनम मौर्य ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
मामले की पूरी रिपोर्ट:
1. क्या है पूरा मामला?
वाराणसी के सासाराम नगर क्षेत्र में रहने वाली स्नेहा कुशवाहा (17 वर्ष), जो कि एक प्रतियोगी छात्रा थी, उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, स्नेहा सासाराम स्थित रोहतास जिले के एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रही थी, जहां अचानक उसकी मौत की खबर आई।

परिवार का आरोप है कि यह एक सुनियोजित हत्या है, लेकिन पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दिया है। परिजनों का यह भी आरोप है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
2. पुलिस पर लापरवाही के आरोप
मृतका के परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं:
आरोप | विवरण |
---|---|
जांच में देरी | प्राथमिक रिपोर्ट लिखने में भी पुलिस ने कई दिन लगा दिए। |
कोई गिरफ्तारी नहीं | रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। |
स्थानीय प्रशासन की लापरवाही | पुलिस ने संवेदनहीनता दिखाई और तत्काल कार्रवाई नहीं की। |
3. जिला पंचायत अध्यक्ष का दखल
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला पंचायत वाराणसी की अध्यक्ष पूनम मौर्य ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा और मांग की कि:
निष्पक्ष जांच की जाए।
दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
परिवार को न्याय दिलाने के लिए उचित कार्रवाई हो।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस घटना ने छात्रों और अभिभावकों में भय का माहौल पैदा कर दिया है।
4. छात्रों में आक्रोश, विरोध प्रदर्शन की तैयारी
स्नेहा की मौत के बाद छात्रों में गहरा आक्रोश है। कोचिंग सेंटरों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
16 फरवरी 2025 को दिल्ली में उत्तर प्रदेश भवन के बाहर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन (आक्रोश मार्च) आयोजित किया जा रहा है।
प्रदर्शन का विवरण:
स्थान: उत्तर प्रदेश भवन, सरदार पटेल मार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली
तारीख: 16 फरवरी 2025
समय: दोपहर 1 बजे
5. सवाल जो अभी भी अनसुलझे हैं
स्नेहा की मौत आत्महत्या थी या हत्या?
अब तक किसी की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
क्या प्रशासन पर किसी तरह का दबाव है?
छात्राओं की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
स्नेहा कुशवाहा की मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है, और न्याय की मांग बढ़ती जा रही है। पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कितनी जल्दी इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों को पकड़ता है।
क्या आपको लगता है कि प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगा? कमेंट में अपनी राय दें!
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