संभल में भड़की हिंसा और नेताओं की रोकथाम पर अखिलेश का भाजपा पर हमला
संभल हिंसा मामले में कांग्रेस और सपा नेताओं की आवाजाही रोकने पर भाजपा सरकार पर सवाल उठे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोका गया, वहीं सपा नेताओं से मुलाकात करवाने के मामले में जेलर को निलंबित कर दिया गया। अखिलेश यादव ने इसे अन्याय बताया और भाजपा सरकार पर निशाना साधा।

INDC Network : संभल, उत्तर प्रदेश : संभल में भड़की हिंसा और नेताओं की रोकथाम पर अखिलेश का भाजपा पर हमला
कांग्रेस नेताओं की रोकथाम
24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के बाद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेसी नेता पीड़ितों से मिलने संभल जा रहे थे। मगर पुलिस-प्रशासन ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया। इसके बाद नेताओं को वापस दिल्ली लौटना पड़ा।

सपा मुखिया अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी को संभल जाने से रोकना अन्याय है। उन्होंने कहा,
"जब सरकार अन्याय करेगी तो हमारी मुश्किल ये होगी कि सदन चलने दें या नहीं। सरकार को दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।"
जेलर के निलंबन का मामला
संभल हिंसा के कुछ आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं। सपा के कुछ नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी। आरोप है कि जेलर और डिप्टी जेलर ने नियमों का उल्लंघन करते हुए यह मुलाकात करवाई। इस पर शासन ने जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया।
पृष्ठभूमि: संभल हिंसा का कारण
संभल जामा मस्जिद को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब हिंदू पक्ष ने अदालत में दावा किया कि यह एक हिंदू मंदिर है, जिसे मुगल काल में गिराया गया था। कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया।
24 नवंबर को सर्वे के दौरान संभल में हिंसा भड़क गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और एक डिप्टी एसपी घायल हुए।
मुख्य घटनाएं और निष्कर्ष
क्रमांक | घटना/घोषणा | तारीख | कार्रवाई/प्रतिक्रिया |
---|---|---|---|
1 | राहुल-प्रियंका को संभल जाने से रोका | 24 नवंबर के बाद | गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोका, वापस दिल्ली लौटना पड़ा |
2 | सपा नेताओं की मुलाकात पर विवाद | 28 नवंबर | जेलर और डिप्टी जेलर निलंबित |
3 | संभल हिंसा | 24 नवंबर | कोर्ट के आदेश पर सर्वे, हिंसा में 4 की मौत और डिप्टी एसपी घायल |
4 | अखिलेश यादव का बयान | 5 दिसंबर | भाजपा सरकार पर अन्याय का आरोप, दोषियों पर कार्रवाई की मांग |
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