आपात सेवाओं की रीढ़ मजबूत: औरैया में 102 व 108 एम्बुलेंस कर्मियों का विशेष प्रशिक्षण शुरू
औरैया में 18-19 अप्रैल 2025 को 102 और 108 एम्बुलेंस कर्मियों के लिए दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना था। प्रशिक्षण में CPR, प्राथमिक उपचार, संवेदनशीलता, आपदा प्रबंधन जैसी जरूरी तकनीकों पर जोर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग, NHM और विशेषज्ञों ने मिलकर कर्मियों को व्यावहारिक व मानसिक रूप से दक्ष बनाया।

INDC Network : औरैया, उत्तर प्रदेश : औरैया में एम्बुलेंस कर्मियों का विशेष प्रशिक्षण: अब आपातकालीन सेवाएं होंगी और अधिक सशक्त
उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में 18 व 19 अप्रैल को आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर ने 102 व 108 एम्बुलेंस सेवाओं से जुड़े कर्मियों को नई ऊर्जा और दक्षता प्रदान की। यह प्रशिक्षण शिविर न केवल तकनीकी ज्ञान बल्कि संवेदनशीलता, प्रतिक्रिया क्षमता और मानवीय मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में भी अहम साबित हुआ।

प्रशिक्षण शिविर में आधुनिक तकनीक और संवेदनशील व्यवहार पर जोर
इस विशेष प्रशिक्षण का संचालन एमएलसी रोहित कुमार ने किया, जिन्होंने एम्बुलेंस कर्मियों को बताया कि जीवन बचाने के साथ-साथ मरीजों के प्रति मानवीय व्यवहार भी उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने CPR, प्राथमिक उपचार, और तत्काल निर्णय लेने की कला पर विशेष प्रशिक्षण दिया।
प्रमुख प्रशिक्षण बिंदु जो बदलेंगे आपातकालीन सेवाओं की तस्वीर:
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CPR व प्राथमिक उपचार की नवीनतम तकनीकें
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सड़क दुर्घटनाओं में त्वरित और सटीक प्रतिक्रिया
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गर्भवती महिलाओं, नवजातों और गंभीर रोगियों की विशेष देखभाल
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आपदा प्रबंधन की प्राथमिक समझ
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एम्बुलेंस उपकरणों का सटीक उपयोग और रखरखाव
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संवेदनशील संवाद और मरीज से समुचित व्यवहार
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ट्रैफिक नियमों के तहत आपातकालीन ड्राइविंग कौशल
विशेषज्ञों और विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी बनी सीख का आधार
प्रशिक्षण शिविर में स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और आपातकालीन सेवा विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से भाग लिया। केस स्टडीज़, डेमो और समूह अभ्यासों के जरिए स्टाफ को व्यावहारिक ज्ञान दिया गया।
CMO औरैया ने कहा कि, "इस प्रकार की नियमित ट्रेनिंग से एम्बुलेंस सेवा की विश्वसनीयता और गुणवत्ता में स्पष्ट सुधार होगा।"
कर्मियों की प्रतिक्रिया: 'हम पहले से कहीं ज्यादा तैयार हैं'
प्रशिक्षण में शामिल एम्बुलेंस कर्मियों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इससे उन्हें न केवल तकनीकी जानकारी मिली, बल्कि मानसिक रूप से भी वे अब आपात स्थिति से निपटने में अधिक सक्षम हैं।
जिला अधिकारियों की प्रतिक्रिया
जिला प्रभारी ब्रजेश कुमार और प्रोग्राम मैनेजर अखिलेश मिश्रा ने संयुक्त रूप से कहा, "102 और 108 सेवाएं आम जनता के जीवन रक्षक माध्यम हैं। ऐसे प्रशिक्षण भविष्य में मरीजों की जान बचाने में निर्णायक साबित होंगे।"
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