पेड़ पर लटका मिला किशन पाल शाक्य का शव, CCTV में मारपीट कैद, हत्या या आत्महत्या? अमांपुर में सनसनी
कासगंज के अमांपुर कस्बे में एक युवक किशन पाल शाक्य का शव पेड़ से लटका मिला। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। मृतक के साथ कुछ दिन पहले दबंगों ने सार्वजनिक रूप से मारपीट की थी, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। परिजन और स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने FIR के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, वहीं घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।

INDC Network : कासगंज, उत्तर प्रदेश : कासगंज में पेड़ से लटका मिला युवक, मारपीट का CCTV वायरल, हत्या की आशंका
जनपद कासगंज के अमांपुर कस्बे में उस समय सनसनी फैल गई जब एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला। मृतक की पहचान किशन पाल शाक्य (28 वर्ष), पुत्र वीर सहाय शाक्य, निवासी अंबेडकर नगर, थाना अमांपुर के रूप में हुई है।
मजदूरी के पैसे मांगने पर बना था विवाद, मारपीट का वीडियो वायरल
स्थानीय लोगों के अनुसार, मृतक किशन पाल हाल ही में अपनी मजदूरी के पैसे मांगने गया था, जिससे कुछ दबंगों से उसका विवाद हुआ था। कुछ दिन पहले ही उसे लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा गया, जिसका CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में 4-5 लोग युवक को बेरहमी से पीटते नजर आ रहे हैं, साथ में एक महिला भी लाठी लिए दिख रही है।
पिता का गंभीर आरोप: पुलिस ने FIR के बाद भी नहीं की कोई गिरफ्तारी
मृतक के पिता वीर सहाय शाक्य ने बताया कि उन्होंने 15 अप्रैल को दबंगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। उनका आरोप है कि पुलिस ने दबंगों से सांठगांठ कर ली है, जिससे उनके बेटे की सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया।
फोरेंसिक टीम और भारी पुलिस बल मौके पर, शव पोस्टमार्टम को भेजा गया
घटना की सूचना मिलते ही फोरेंसिक टीम और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। शव को पोस्टमार्टम के लिए कासगंज भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि की जा सकेगी।
सपा जिलाध्यक्ष विक्रम यादव का बयान और वीडियो पोस्ट
घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के कासगंज जिलाध्यक्ष विक्रम यादव ने सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें साझा की हैं। उन्होंने लिखा –
"तीन दिन पहले गरीब शाक्य को सार्वजनिक रूप से पीटा गया। आरोपी एक खास वर्ग से हैं इसलिए कार्यवाही नहीं हो रही। अब उसी युवक की पेड़ से लटकी लाश मिली है। यूपी में PDAs पर अत्याचार का कहर जारी है।"
क्षेत्र में तनाव और भय का माहौल
घटना के बाद अमांपुर क्षेत्र में तनाव और भय का माहौल है। लोग पुलिस पर कार्रवाई न करने को लेकर नाराज़ हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते पुलिस हस्तक्षेप करती, तो शायद किशन पाल की जान बचाई जा सकती थी।
क्या यह आत्महत्या है या सुनियोजित हत्या?
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि किशन पाल ने आत्महत्या की या उसकी हत्या कर शव को पेड़ से लटकाया गया। CCTV फुटेज, पूर्व शिकायत और वायरल वीडियो इस मौत को संदिग्ध बना रहे हैं।
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